आद्यगुरू श्रीशंकराचार्य जी की जयंती 12 मई रविवार को

जम्मू, 9 मई (हि.स.)। आद्यगुरू श्रीशंकराचार्य जी का जन्म वैशाख शुक्ल पंचमी के पावन दिन हुआ था,इस दिन हर वर्ष आद्यगुरू शंकराचार्य जी की जयंती मनाई जाती है। इस विषय में श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस वर्ष सन् 2024 ई. 12 मई रविवार को आद्यगुरू श्रीशंकराचार्य जी की जयंती मनाई जाएगी। आद्यगुरू श्रीशंकराचार्य जी ने आठ वर्ष की उम्र में गृहस्थ जीवन को त्यागकर संन्यास जैसे जीवन का कठिन रास्ता अपनाया था। आद्यगुरू शंकराचार्य जी एक ऐसे धर्मगुरु माने जाते हैं जिन्होंनें हिंदू धर्म की पुन:स्थापना की। जिन्होंने अद्वैत वेदांत मत का प्रचार किया। देश के चारों कौनों में शक्तिपीठों की स्थापना कर हिंदू धर्म की ध्वज़ा दुनिया भर में फहराई। मान्यता के अनुसार आदि शंकराचार्य शिव के अवतार थे,कुल 32 वर्ष की आयु में आदि गुरू शंकराचार्य जी ने मोक्ष प्राप्त की।

हमे इस दिन प्रदूषित पर्यावरण के खतरों से बचने के लिए पौधारोपण करना चाहिए,हर व्यक्ति को कम से कम एक पौधा लगाने का संकल्प करना चाहिए। पौधारोपण द्वारा ही प्रदूषित पर्यावरण से समाज को बचाया जा सकता है। आज लोग अपने भौतिक सुख एवं अल्प लाभ के लिए वृक्षों की अंधाधुंध कटाई कर रहे हैं जिसके भयावह परिणाम हम सबको देखने को मिल रहे हैं।

आद्यगुरू श्रीशंकराचार्य जी जयंती भारत एवं विदेशों में भी बड़े ही धूम धाम से मनाई जाती है। आज के दिन भारत के चारो कोनों में स्थित मठों को सजाया जाता हैं हर तरफ हवन, यज्ञ, पूजन आदि होता हैं और आद्यगुरू श्रीशंकराचार्य जी द्वारा दिए गए उपदेशों पर चलने का संकल्प भी लेता है समाज। इस दिन आद्यगुरू श्रीशंकराचार्य जी का पूजन करें एवं घर के आस पास जरूरतमंद लोगो को दान अवश्य करें।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान

   

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