पुरानी माइंस में दिखा लेपर्ड, कुत्ते-बछड़े का शिकार किया

पाली, 17 मई (हि.स.)। पाली के फुलाद क्षेत्र स्थित एक पुरानी माइंस में लेपर्ड का मूवमेंट देखा गया है। लोगों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए। टीम ने शिकार डालकर पिंजरा भी लगाया। हालांकि सीसीटीवी फुटेज में लेपर्ड नजर भी आया है। ऐसे में पिछले पांच दिन से पिंजरा लगाकर लेपर्ड को पकड़ने का वन विभाग की टीम प्रयास कर रही है।

फुलाद के वनपाल मोहब्बत सिंह ने बताया कि गुड़ा मेहकरण के निकट रताराम चौधरी की मातजी ग्रेनाइट माइंस स्थित है। जहां लेपर्ड का मूवमेंट होने की सूचना पर पांच दिन पहले मौके पर पहुंचे और तीन सीसीटीवी कैमरे लगाए। साथ ही लेपर्ड को पकड़ने के लिए शिकार डालकर एक पिंजरा भी लगाया। सीसीटीवी फुटेज में लेपर्ड रात के समय आता-जाता नजर आ रहा है। लेकिन पिंजरें में शिकार की ओर वह नहीं आया। लेपर्ड की हरकतों पर नजर रखने के लिए टीम के साथ जुटे हुए है, जिससे उसे पकड़ा जा सके। माइंस मालिक ने भी दो कैमरे लगा रखे है। पुरानी माइंस होने के कारण यहां बड़े-बड़े पत्थरों के ब्लॉक है। जिनके बीच लेपर्ड ने अपना ठिकाना बना लिया था। वह रात के समय निकलता है। लेकिन, पिछले कुछ दिनों से उसने क्षेत्र में कुत्तों और बछड़ों का शिकार करना शुरू कर दिया। इसके कारण खेतों में रह रहे पालतू कुत्ते और बछड़े कम होने लगे तो किसानों को शक हुआ। फिर लेपर्ड के पंजे के निशान नजर आए तो उन्होंने वन विभाग की टीम को सूचना दी।

फुलाद चौकी के वनपाल मोहब्बत सिंह का कहना है कि माइंस पुरानी है। यहां बड़े-बड़े पत्थरों के ब्लॉक के बीच में काफी गैप है, जहां लेपर्ड ने अपना निवास बना लिया। क्षेत्र में पीने के पानी की भी अच्छी व्यवस्था है। साथ ही लेपर्ड को पेट भरने के लिए कुत्ते, बछड़े, जंगली सुअर आदि भी मिल जाते है। इसके कारण उसने यहां अपना स्थायी निवास बना रखा था। डॉग और बछड़े कम होने लगे तो यहां लेपर्ड होने की बात सामने आई।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप

   

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