नाटक काकोरी- द ट्रेन एक्शन: क्रांतिकारियों की एकजुटता ने अंग्रेजी तख्त को पलट दिया

जयपुर, 18 मई (हि. स.)। नेट थियेट कार्यक्रमों की श्रृंखला में शनिवार को प्रोग्रेसिव फोरम संस्था द्वारा रंगकर्मी सुधांशु शुक्ला द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक काकोरी -द ट्रेन एक्शन का सशक्त एवं प्रभावी मंचन किया गया।

नेटथियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि यह नाटक पीयूष मिश्रा द्वारा लिखित नाटक गगन दमामा बाज्यों से प्रेरित है ।

नाटक हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन का गठन और 9 अगस्त 1925 में हुई ट्रेन की डकैती को दर्शाता है, जो काकोरी स्टेशन पर हुई और इस डकैती में अंग्रेजों की बुनियाद हिला दी । क्रांतिकारियों का एक साथ एक जुट होकर अंग्रेजी के खिलाफ लड़ने को दिखता है, इस नाटक में दो कहानी एक साथ गमन करती नजर आती है, पहली कहानी उन सभी क्रांतिकारियों की है, जिन्होंने मिलकर हिंदुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन को बनाया और दूसरी कहानी भगत सिंह का एसोसिएशन से जुड़ने को दर्शाता है। नाटक में संगीत और गायन के माध्यम से क्रांतिकारी काल को भी दर्शाया गया। नाटक क्रांतिकारियों के जज्बे और देश प्रेम की कहानी को बया करती है।

नाटक में राम प्रसाद बिस्मिल दीपक सैनी, भगत सिंह देव स्वामी, चंद्रशेखर आजाद श्योजित कुमार, शफाउल्लाह खान आकाश शर्मा, सचिंद्रनाथ प्रवीण, योगेश चंद्र दिव्यांश शिवानानी, रोशन सिंह विवेक झाकड़, आदमी अमित डागर, औरत गरिमा सिंह राजावत, भगत सिंह की मां श्वेता चोला गाई खत्री और भगत सिंह के पिता सावन जांगिड़ ने अपने अभिनय से नाटक को जीवन्त किया ।

हिंदुस्थान समाचार/दिनेश/संदीप

   

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