घायल गौवंश के उपचार के लिए आगे आया गौरक्षा विभाग

रुद्रप्रयाग, 27 मई (हि.स.)। गौ रक्षा विभाग के जिलाध्यक्ष रोहित डिमरी ने कहा कि केदारनाथ तिराहे के पेट्रोल पंप के पास एक तेज रफ्तार वाहन ने नंदी को घायल कर दिया। इसकी सूचना मिलने पर गौ रक्षा विभाग की टीम ने घायल नंदी का पशु पालन विभाग के कर्मियों की मदद से इलाज कराया।

गौ रक्षा विभाग के जिलाध्यक्ष रोहित डिमरी ने कहा कि निराश्रित गौवंश के संरक्षण व संवर्द्धन को लेकर विश्व अखाड़ा परिषद का गौ रक्षा विभाग लगातार कार्य कर रहा है। इससे पहले केदारनाथ राजमार्ग के भटवाड़ीसैंण के पास घायल हुए नंदी का भी गौ रक्षा विभाग की टीम ने ट्रीटमेंट किया, जबकि तूना-बौंठा मार्ग पर घायल हुई बछिया का भी इलाज किया।

उन्होंने कहा कि आये दिन वाहनों की चपेट में आने के साथ ही निराश्रित गौवंश गुलदार का भी शिकार हो रहे हैं। कभी गुलदार के चंगुल से बचने के बाद घायल होने पर समय से ट्रीटमेंट नहीं मिलने के कारण इनकी मौत हो रही है। निराश्रित गौवंश को आशियाना नहीं मिल पा रहा है। इनके संरक्षण व संवर्द्धन को लेकर गौ रक्षा विभाग आवाज उठा रहा है, बावजूद इसके इस दिशा में कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो रही है।

गौ रक्षा विभाग के सचिव देवेन्द्र बिष्ट ने कहा कि रुद्रप्रयाग शहर से सटे ग्रामीण इलाकों के लोग अपने मवेशियों को बाजारों में छोड़ रहे हैं। इन मवेशियों के कारण जाम की समस्या उत्पन्न होने के साथ ही आवागमन में लोगों को दिक्कतें हो रही हैं। इन निराश्रित पशुओं के लिए गौधाम का निर्माण होना जरूरी है। साथ ही उन लोगों पर भी कार्रवाई होनी जरूरी है, जो इन्हें सड़कों में छोड़ रहे हैं। पशुपालन विभाग की मदद से ऐसे लोगों के नाम सार्वजनिक किए जाएं और इनकों नोटिस दिए जांए।

निराश्रित पशुओं के कानों में लगे टैग से इनके मालिकों की पहचान की जाए। उन्होंने कहा कि निराश्रित गाय और नंदी रात के समय वाहनों की चपेट में आ रहे हैं। इनके घायल होने पर गौ रक्षा विभाग की टीम कार्य कर रही है, लेकिन घायलों को छत नहीं मिलने से इन्हें बचाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने डीएम सौरभ गहरवार से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग की है।

इस दौरान पशुपालन विभाग से दुर्गा देवशाली, गौ रक्षा विभाग के सचिव देवेन्द्र बिष्ट, उपाध्यक्ष दीपक नौटियाल, अंकित राणा, संदीप कप्रवाण सहित अन्य मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/सत्यवान/रामानुज

   

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