मुख्यमंत्री ने चक्रवात से हुए नुकसान का लिया जायजा, राहत के दिए निर्देश

गुवाहाटी, 28 मई (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी के उत्तर से असम और पूर्वोत्तर में चक्रवात रेमल का व्यापक प्रभाव देखने को मिला। भारी बारिश और तेज हवाओं से दो दिन से राज्य में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने ओडिशा से स्थिति का आकलन करने के लिए राज्य के मुख्य सचिव से बात की और राहत, पुनर्वास और एहतियाती उपायों की कड़ी निगरानी का निर्देश दिया।

दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ सरमा इस समय ओडिशा में हैं। उन्होंने वहीं से चक्रवात के प्रभाव का जायजा लिया और प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य के मुख्य सचिव से बात की। साथ ही उन्होंने नुकसान की रिपोर्ट भी मांगी है। मुख्यमंत्री ने मोरीगांव जिले के धूपगुड़ी क्षेत्र के एक छात्र कौशिक एम्फी की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। तूफान के दौरान पेड़ गिरने से मौके छात्र कौशिक और एक अन्य पुतुल गोगोई की मौत हो गई। गेरुकामुख में एनएचपीसी परियोजना स्थल पर भूस्खलन में जिसकी मृत्यु हो गई। मुख्यमंत्री ने राज्य के मुख्य सचिव को प्रभावित परिवारों को सभी आवश्यक सहायता और घायलों का समय पर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव स्थिति का आकलन करने और एहतियाती निगरानी के लिए आज शाम पुलिस महानिदेशक की उपस्थिति में जिला आयुक्तों और असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस करेंगे। बैठक में घरों और संपत्तियों के हुए नुकसान का त्वरित आकलन किया जाएगा और तत्काल राहत प्रदान करने के उपाय किए जाएंगे।

इस बीच, मुख्य सचिव ने जिला आयुक्तों को राज्यभर में व्यस्त यात्री नौका घाटों का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण करने का निर्देश दिया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं।

चक्रवात से राज्यभर में बड़ी संख्या में पेड़ों के उखड़ने, घरों और बिजली के बुनियादी ढांचे के क्षतिग्रस्त होने, ढेकियाजुली में कई स्कूली छात्रों के घायल होने और भारी बारिश और तेज हवाओं के चलते दो लोगों की जान गई है। राज्य में एसडीआरएफ, अग्निशमन सेवा, पुलिस, एपीडीसीएल, स्वास्थ्य और वन अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं और पुनर्स्थापन प्रयासों में लगे हैं।

करीमगंज जिले के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ की सूचना मिली है, जिससे जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। धुबड़ी, दक्षिण सालमारा, बजाली, बरपेटा और नलबाड़ी में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि चिरांग, ग्वालपाड़ा, बाक्सा, तामुलपुर, डिमा हसाओ, कछार, हैलाकांदी और करीमगंज के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। शेष जिलों के लिए 28 और 29 मई के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश/सुनील

   

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