नौतपा के पांचवें दिन हवा का रुख बदलने से लू से रेगिस्तानी बाड़मेर को राहत, जनजीवन अभी भी प्रभावित

नौतपा के पांचवें दिन हवा का रुख बदलने से लू से रेगिस्तानी बाड़मेर को राहत, जनजीवन अभी भी प्रभावित

बाड़मेर, 29 मई (हि.स.)। बाड़मेर में आज धूप-छांव का खेल चला। सुबह आसमान में काले बादलों का डेरा था। ऐसे में तापमान कुछ कम रहा। दोपहर 2 बजे तापमान 37 डिग्री दर्ज किया गया। बादलों की आवाजाही के कारण तापमान में गिरावट महसूस की गई। कल से गर्मी का असर कम होने की संभावना है। लू का असर कम होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। वहीं सड़कों पर आवाजाही बीते दिनों की अपेक्षा ज्यादा दिखाई दे रही है। भीषण गर्मी व लू से जनजीवन प्रभावित है। नौतपा के पांचवें दिन बुधवार हवा का रुख बदलने से लू से राहत मिली। बीते 24 दिनों से सूरज ने तीखे तेवर दिखाए हैं। आसमान से आग बरस रही है। लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।

मौसम विभाग के मुताबिक आगामी दिनों में गर्मी कम होगी और 30 मई तक अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान के कुछ इलाकों में आगामी दो-तीन में नया वेदर सिस्टम एक्टिव होगा।

मई माह में हीटवेव व भीषण गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड दिए हैं। बाड़मेर का तापमान रविवार को इस सीजन का सबसे ज्यादा दर्ज किया गया। उस दिन अधिकतम तापमान 49.3 डिग्री था। इस माह में बाड़मेर दुनिया, देश और प्रदेश में टॉप गर्म शहरों में शामिल रहा है।

भीषण गर्मी में पशु-पक्षी के हाल बेहाल नजर आए। वहीं पानी के अभाव में वन्य जीव भी दम तोड़ रहे है साथ पेड़-पौधे भी जल गए है। मंगलवार को गर्मी व लू से मामूली राहत मिली है, लेकिन तापमान एक ही दिन में 3 डिग्री तक कम हुआ है। मंगलवार को बाड़मेर का अधिकतम पारा 49.3 डिग्री से गिरकर 46 डिग्री तक पहुंच गया। रात का पारा भी 30.6 डिग्री दर्ज किया गया।

बुधवार को सुबह से आसमान में हल्के और काले बादलों की आवाजाही हो रही है। बादलों और सूरज के बीच आंख-मिचौली का खेल चल रहा है। ग्रामीण इलाकों में भी बादल छा जाने से लोगों ने गर्मी से कुछ राहत मिली है।

हिन्दुस्थान समाचार/चन्द्रशेखर/ईश्वर

   

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