हिमाचल : मतदान में तेजी, तीन बजे तक 58.41 फीसदी मतदान

शिमला, 01 जून (हि.स.)। पहाड़ी राज्य हिमाचल में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में शनिवार को सभी चार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों हमीरपुर, मंडी, शिमला और कांगड़ा में मतदान हो रहा है। भीषण गर्मी के बावजूद लोग भारी संख्या में मतदान के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं। दोपहर बाद तीन बजे तक राज्य के 58 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर लिया है।

राज्य में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ और यह शाम छह बजे तक चलेगा। शुरूआती दो घंटों में मतदान की रफतार धीमी रही और महज 14 फीसदी लोगों ने ही वोट डाले। लेकिन इसके बाद मतदान की गति बढ़ गई। युवाओं और महिलाओं में मतदान को लेकर खासा उत्साह नजर आ रहा है। वयोवृद्ध मतदाता भी अपनों का सहारा लेकर मतदान केंद्रों में पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं।

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि पूरे राज्य में मतदान शांतिपूर्ण तरीके से जारी है। दोपहर बाद तीन बजे तक राज्य में 58.41 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। मंडी संसदीय क्षेत्र में सर्वाधिक 61.03 फीसदी, शिमला संसदीय क्षेत्र में 59.18 फीसदी, हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में 57.72 और कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में 55.99 फीसदी दर्ज किया गया। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति स्थित विश्व के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र टशीगंग में 80 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ है।

उन्होंने बताया कि विधानसभा उपचुनाव की छह सीटों पर भी मतदान जारी है। दोपहर 3 बजे तक जनजातीय क्षेत्र लाहौल-स्पीति में 67.08 फीसदी, कुटलैहड़ में 60.20 फीसदी, गगरेट में 56.78 फीसदी, सुजानपुर में 56.85 फीसदी, धर्मशाला में 54.98 फीसदी और बड़सर में 47 फीसदी मतदान रिकार्ड हुआ है।

लोकसभा की चारों सीटों पर शनिवार को मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शुरुआती दो घण्टों में महज 14 फीसदी मतदान हुआ। इसके बाद मतदान रफ्तार पकड़ने लगा और पूर्वान्ह 11 बजे तक 32 फीसदी तथा दोपहर एक बजे तक 48 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।

चुनाव आयोग का लक्ष्य लोकसभा चुनाव में 76 फीसदी से अधिक मतदान करने का है। राज्य में 2019 के लोकसभा चुनाव में 72.42 फीसदी मतदान हुआ था। इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में हिमाचल में रिकार्ड मतदान 75.87 फीसदी मतदान हुआ था।

राज्य में कुल 57.11 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इनमें 28.48 पुरुष और 27.97 लाख महिला मतदाता हैं। कुल मतदाताओं में से 57 हजार दिव्यांग हैं और उनके लिए मतदान केंद्रों पर विशेष सुविधाएं प्रदान की गई हैं। मतदान के लिए कुल 7992 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 369 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं और इनमें सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। लोकसभा चुनाव में 37 औऱ विधानसभा उपचुनाव में 25 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। चुनाव परिणाम 04 जून को घोषित होंगे। सभी सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला है।

हिन्दुस्थान समाचार/उज्जवल/सुनील

   

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