जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश की पांच सीटों पर मतगणना के सभी इंतजाम पूरे, सुरक्षा के कड़े प्रबंध

जम्मू, 03 जून (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश की पांच व लद्दाख की एक सीट पर 04 जून को मतगणना सुबह 8 बजे शुरू होगी। जम्मू-कश्मीर की पांच लोकसभा सीटों के लिए 10 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से एक दिल्ली में स्थापित किया गया है, जहां कश्मीर घाटी से बाहर रह रहे कश्मीरी विस्थापितों के वोटों की गिनती होगी। सभी मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के साथ वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई है।

जम्मू सीट के रिटर्निंग अधिकारी सचिन कुमार वैश्य ने बताया कि जम्मू संसदीय सीट पर मतगणना की तैयारी पूरी कर ली गई है। जिला प्रशासन की तरफ से मतगणना ड्यूटी में तैनात कर्मियों को आईकार्ड जारी किए गए हैं। एक हजार एजेंटों को भी कार्ड दिए गए हैं। मतगणना के लिए 2000 से 2500 कर्मियों को लगाया गया है। इसके अलावा मतगणना केंद्र के बाहर धारा 144 लागू की गई है, जो 5 जून तक रहेगी। जिला उपायुक्त सचिन कुमार ने सोमवार को चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों, उनके एजेंटों के साथ बैठक कर जरूरी हिदायतें जारी की। ताकि मतणगना के वक्त किसी को कोई दिक्कत न हो।

मतगणना में 100 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा, जिनमें वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, दो पूर्व मुख्यमंत्री-नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती शामिल हैं। अन्य दिग्गजों में कांग्रेस के पूर्व मंत्री रमन भल्ला और चौधरी लाल सिंह, डीपीएपी के जीएम सरूरी, नेकां के आगा रूहुल्लाह मेहदी और मियां अल्ताफ, अपनी पार्टी के अशरफ मीर, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी) के सज्जाद लोन शामिल हैं। पूर्व विधायक इंजीनियर राशिद ने इस बारा तिहाड़ जेल से चुनाव लड़ा है।

पूरे केंद्र शासित प्रदेश के मतदान केंद्रों पर संयुक्त मतदाता मतदान (वीटीआर) 58.46 प्रतिशत रहा है। इस बार पिछले 35 वर्षों में सबसे अधिक मतदान हुआ है। कश्मीर घाटी के तीन संसदीय क्षेत्रों से 50.86 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2019 के आम चुनावों से 30 प्रतिशत अधिक है। यहां पिछली बार 19.16 प्रतिशत मतदान हुआ था। घाटी में श्रीनगर, बारामुला और अनंतनाग-राजोरी में वीटीआर क्रमशः 38.49 प्रतिशत, 59.1 प्रतिशत और 54.84 प्रतिशत दर्ज किया गया जो पिछले तीन दशकों में सबसे अधिक है। प्रदेश के अन्य दो निर्वाचन क्षेत्र उधमपुर और जम्मू में क्रमशः 68.27 प्रतिशत और 72.22 प्रतिशत मतदान हुआ है।

उधमपुर निर्वाचन क्षेत्र में मतों की गिनती कठुआ के सरकारी डिग्री कॉलेज में होगी। इस सीट पर भाजपा के केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, कांग्रेस के चौधरी लाल सिंह के अलावा 10 अन्य उम्मीदवार हैं। सात उम्मीदवार निर्दलीय हैं। जम्मू निर्वाचन क्षेत्र के लिए वोटों की गिनती सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज और सरकारी एमएएम कॉलेज के परिसर में की जाएगी। इस सीट पर भाजपा के जुगल किशोर जीत की हैट्रिक लगाने की कोशिश में हैं। कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला इस सीट से मैदान में हैं। साथ ही 20 अन्य उम्मीदवार मैदान में हैं।

अनंतनाग-राजोरी निर्वाचन क्षेत्र में वोटों की गिनती गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज अनंतनाग और गवर्नमेंट पीजी कॉलेज राजोरी में होगी। महबूबा मुफ्ती इस निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार है और उनका मुख्य मुकाबला नेकां के मियां अल्ताफ से है। इसके अलावा 10 निर्दलीय और आठ अन्य उम्मीदवार भी हैं जिनमें भाजपा समर्थित अपनी पार्टी के जफर मन्हास शामिल हैं।

बारामुला निर्वाचन क्षेत्र में मतों की गिनती बारामुला के सरकारी डिग्री कॉलेज (लड़कों के लिए) में होगी। उमर अब्दुल्ला निर्वाचन क्षेत्र में 21 उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, उनमें से प्रमुख सज्जाद लोन और इंजीनियर राशिद हैं। सीट पर चुनाव लड़ रहे 14 निर्दलीय उम्मीदवारों में से दो महिलाएं हैं।

श्रीनगर संसदीय क्षेत्र में वोटों की गिनती डल झील के किनारे शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में होगी। इस सीट पर 16 निर्दलीय सहित सबसे अधिक 24 उम्मीदवार हैं। नेकां के रूहुल्लाह, अपनी पार्टी के मीर और पीडीपी के युवा नेता वहीद पर्रा निर्वाचन क्षेत्र से मजबूत उम्मीदवार हैं।

अधिकारियों ने बताया कि कश्मीरी प्रवासियों के मतों की गिनती जम्मू के गांधी नगर स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय, उधमपुर स्थित राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और नई दिल्ली स्थित जेएंडके हाउस में होगी।

हिन्दुस्थान समाचार/बलवान/सुनीत

   

सम्बंधित खबर