राजकोट महानगर पालिका के और 2 वरिष्ठ अधिकारी निलंबित

-तत्कालीन टाउन प्लानर और एटीपीओ मुकेश मकवाणा पर कार्रवाई

राजकोट, 3 जून (हि.स.)। राजकोट टीआरपी गेम जोन अग्निकांड मामले में राजकोट महानगर पालिका (मनपा) आयुक्त ने दो और अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। मामले में अभी तक मनपा समेत अन्य सरकारी विभागों के कुल 9 लोगों को निलंबित किया जा चुका है।

राजकोट में 25 जून की शाम कालावड रोड पर स्थित टीआरपी गेम जोन अग्निकांड में सरकारी तौर पर 27 लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है। सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को मुआवजा भी दिया जा चुका है। घटना के बाद से ही राज्य सरकार एक्शन मोड में है। अधिकारियों की गिरफ्तारी, निलंबन से लेकर आईएएस और आईपीएस अधिकारी से पूछताछ का दौर भी जारी है। मामले की जांच के लिए (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) एसआईटी का गठन किया गया है। घटना के 9 दिन बाद सरकार ने एक बार फिर कार्रवाई करते हुए राजकोट मनपा के तत्कालीन टीपीओ मनसुख सागठिया और एटीपीओ मुकेश मकवाणा को निलंबित किया है। अन्य दो आरोपितों गौतम जोशी और रोहित विगोरा को एक सप्ताह पहले ही सरकार के सीधे आदेश से निलंबित किया गया था। तत्कालीन टीपीओ मनसुख सागठिया को पुलिस ने 28 मई को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में सागठिया के पास आय से कई गुणा अधिक सम्पत्ति का पता चला था। महज 75 हजार रुपये के मासिक वेतन पर काम करने वाले सागठिया के फार्म हाउस, दो बंगला, तीन पेट्रोल पंप में भागीदारी समेत करोड़ों रुपये की सम्पत्ति का पता चला था।

जानकारी के अनुसार राजकोट मनपा के वेस्ट जोन के टीपी शाखा ने टीआरपी गेम जोन के संचालक युवराजसिंह सोलंकी के नाम से नोटिस भेज कर अवैध निर्माण तोड़ने को कहा था। इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई। डिमोलिशन के लिए मनपा आयुक्त से मंजूरी लेना रहता है, लेकिन यह फाइल वहां तक पहुंची ही नहीं। मनसुख सागठिया मनपा में दो दशक से टाउन प्लानिंग शाखा में ही काम करता था।

घटना के लिए जिम्मेदार राजकोट महानगर पालिका (आरएमसी) के असिस्टेंट टाउन प्लानर गौतम डी जोशी, असिस्टेंट इंजीनियर जयदीप चौधरी, डिप्टी कार्यपालक इंजीनियर पारस एम कोठिया, राजकोट महानगर पालिका के फायर एंड इमरजेंसी सर्विसीस के स्टेशन ऑफिसर रोहित विगोरा, आर एंड बी विभाग के डिप्टी इंजीनियर एम आर सुमा को निलंबित किया गया था। इसके अलावा पुलिस विभाग के दो सीनियर पीआई एन आई राठौड़ और राजकोट तहसील पुलिस वी आर पटेल को निलंबित कर दिया गया था। 26 मई की रात मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने गांधीनगर में अधिकारियों के साथ रिव्यू मीटिंग की थी। इसके बाद ही निलंबन की कार्रवाई का खाका तैयार किया गया।

जानकारी के अनुसार गेम जोन के संचालकों की ओर से रेस वे इन्टरटेनमेंट एम्यूजमेंट पार्क को शुरू करने के लिए महानगर पालिका के पास बुकिंग लाइसेंस देने के लिए आवेदन किया गया था। इसमें प्लान के अनुसार स्थल पर जाकर मुआयना करने के विभागीय अधिकारी के आदेश के बावजूद निरीक्षण नहीं किया गया था। खुले प्लॉट का नक्शा पेश होने के बावजूद कागजी कार्रवाई कर प्रथमद्रष्टया लापरवाही बरती गई। इसी तरह पुलिस विभाग में भी गेम जोन संचालकों ने बुकिंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। संबंधित थाने में इसकी इन्क्वॉयरी आई तो बिना फायर एनओसी की चर्चा किए ही सकारात्मक अभिप्राय के साथ आवेदन आगे भेज दिया गया। यह भी प्रथमद्ष्टया लापरवाही का मामला बनता था।

हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/दधिबल

   

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