किसी कांग्रेस के विधायक से प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं : जी. वेंकट

बीजापुर, 8 जून (हि.स.)। जिले के स्थानीय कांग्रेस विधायक विक्रम मंड़ावी द्वारा वन मंत्री केदार कश्यप पर लगाये गये आरोप को लेकर भाजपा नेता जी. वेंकट ने आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसी कांग्रेस के विधायक से प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। बस्तर लोकसभा चुनाव मंत्री केदार कश्यप के साथ-साथ हर एक कार्यकर्ता ने धरातल पर आकर कार्य करके 50 हजार से भी अधिक मतों से चुनाव में विजयश्री प्राप्त कर ली है। उन्होंने कहा कि चित्रकोट से स्वयं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के गृह विधानसभा से 7502 वोट की लीड भाजपा को है। क्या विधायक विक्रम मंडावी, प्रदेश अध्यक्ष बैज से इस हार का कारण पूछेंगे।

बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी द्वारा वन मंत्री केदार कश्यप पर लोकसभा चुनाव में निष्क्रिय रहने के आरोप के बाद बीजापुर जिला भाजपा के पूर्व अध्यक्ष जी वेंकट ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि कांग्रेसी नेता स्वयं अपने गिरेबांन में झांके। बस्तर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी महेश कश्यप ने 50 हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की है और जीत में प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, वनमंत्री केदार कश्यप सहित भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ताओं ने धरातल पर आकर कार्य किया और 6 बार के विधायक को पटखनी दे दी। श्री वेंकट ने कहा कि बस्तर लोकसभा सीट से चित्रकोट, दंतेवाड़ा,कोन्टा से कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी है जबकि चित्रकोट से स्वयं प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का गृह विधानसभा है बावजूद इसके उक्त विधानसभा से 7502 व्होट की लीड भाजपा को है। क्या विधायक मंडावी प्रदेश अध्यक्ष बैज से इस हार का कारण पुछेंगे। क्या उनसे भी वही सवाल करेंगे जो मंत्री केदार कश्यप के लिऐ कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इसी तरह दंतेवाड़ा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा भाजपा से 12884 मतों से पीछे थी तो क्या इसके लिए देवती कर्मा को दोषी ठहरायेंगे। इसी तरह कोंटा विधानसभा सीट से स्वयं कांग्रेस से लोकसभा प्रत्याशी रहे 6 बार के विधायक कवासी लखमा 4000 मतों से पीछे रह गये क्या इसमें भी कवासी लखमा की भाजपा से सांठ-गांठ थी। वेंकट ने कहा कि विक्रम मंडावी की जमीन धीरे-धीरे खिसक रही है, इसलिये अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे है। वेंकट ने कहा कि विधायक मंडावी अपनी पार्टी कांग्रेस की चिंता करे। इस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश सहित कई दिग्गज धराशाही हुए है। उसकी समीक्षा करें, रही बात केदार कश्यप की तो बस्तर के हर भाजपा कार्यकर्ता को अपने परिवार की तरह रखा है और बस्तर की राजनीति में कश्यप परिवार का बड़ा योगदान है।

कांग्रेस के दुष्प्रचार के बाद भी नारायणपुर से मिली बढ़त - नारायणपुर भाजपा जिलाध्यक्ष रूपसाय सलाम ने भी कहा कि बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी सिर्फ बयानबाजी करके मीडिया में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहते है। नारायणपुर विधानसभा में भाजपा को विषम परिस्थितियों के बावजुद 4500 से अधिक मतों की लीड मिलना लाखों के बराबर है। विधायक विक्रम मंडावी को अच्छी तरह से पता होगा कि किस तरह से धर्मांतरण व नक्सलवाद का आतंक फैलाकर कांग्रेस ने भाजपाईयों को चुनाव प्रचार से रोकने का असफल प्रयास किया।लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा कार्यकर्ताओ की हत्या व नक्सल धमकी के बाद भी भाजपा कार्यकर्ता मंत्री केदार कश्यप के नेतृत्व में दिन रात जुटे रहे। कांग्रेस ने संपूर्ण बस्तर लोकसभा क्षेत्र में फर्जी आरक्षण का विडियों वायरल कर आदिवासी क्षेत्रों मे दुष्प्रचार करने का प्रयास किया था, लेकिन यहां के आदिवासी उसके झांसे में नही आये। नारायणपुर विधानसभा में कांग्रेस व लखमा के बेटा हरीश कवासी रात में भी चुनाव प्रचार करते थे, वहीं दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ताओ को नक्सलियों द्वारा धमकी दी जाती थी।

हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे/केशव

   

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