बांदा मेडिकल कॉलेज में मजदूर के गुर्दे का किया सफल ऑपरेशन

बांदा, 20 जून (हि.स.)। मजदूर का एक गुर्दा पहले से ही छोटा था और ठीक से काम नहीं कर रहा था और दूसरे गुर्दे की नली में भी जन्मजात सिकुड़न थी, जिससे गुर्दे में सूजन बढ़ रही थी और धीरे-धीरे गुर्दा खराब हो रहा था। रानी दुर्गावती मेडिकल काॅलेज के सर्जरी डिपार्टमेन्ट में कार्यरत यूरो सर्जन डाॅक्टर सोमेश त्रिपाठी ने आपरेशन करके गुर्दे की नली की सिकुड़न खत्म कर दी। जिससे गुर्दा खराब होने से बच गया और मरीज की जान बच गई।

जिले के गिरवां थांनान्तर्गत तेरामाफी गांव का रहना वाला बच्चा वर्मा (43) पुत्र छोटा पेशे से मजदूर है, उसके पेट में पिछले दो वर्षों से दर्द बना रहता था। गरीबी और अज्ञानता के चलते बच्चा वर्मा आसपास के झोलाछाप डाक्टरों से दवाई ले कर काम चला रहा था। जब दर्द ज्यादा बढ़ गया तब मेडिकल कालेज में यूरो सर्जन डाक्टर सोमेश त्रिपाठी को दिखाया। डाॅक्टर सोमेश ने जांच कराने के बाद ऑपरेशन कराने की सलाह दी, बच्चा आपरेशन के लिए तैयार हो गया। बच्चा वर्मा का सफल आपरेशन हो गया। उसे कुछ दिन मेडिकल कालेज में रखने के बाद डाक्टर ने छुट्टी कर दी अब वो बिल्कुल स्वस्थ्य है।

डाॅक्टर सोमेश त्रिपाठी ने बताया कि मरीज बच्चा वर्मा का एक गुर्दा जन्मजात छोटा है और कम काम रहा है। दूसरे गुर्दे की नली में भी जन्मजात सिकुड़न थी, जिससे गुर्दे में धीरे-धीरे सूजन बढ़ रही थी और गुर्दा खराब हो रहा था। अगर समय रहते बच्चा आप्रेशन नहीं कराता तो दूसरा गुर्दा भी खराब हो जाता, जिससे उसकी जान जा सकती थी। डाक्टर सोमेश त्रिपाठी और उनकी टीम ने लगभग ढाई घण्टे चले आप्रेशन के बाद बच्चा वर्मा का गुर्दा खराब होने से बचा लिया।

इस आपरेशन में मरीज को कोई खर्च भी नहीं लगा, जो भी सरकारी फीस होतीं हैं बस वही देनी पड़ी। मरीज व उसके परिजन डाॅक्टर सोमेश त्रिपाठी और उनकी टीम की खुले कंठ से प्रसंशा कर रहे हैं। इस आपरेशन में डाक्टर सोमेश त्रिपाठी यूरो सर्जन और टीम में डाक्टर गुजन एस आर, डाक्टर प्रिया दीक्षित, डाक्टर शैलेन्द्र, डाक्टर आशुतोष एनेस्थीसिया के साथ-साथ ओटी स्टाफ शामिल रहा।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल/मोहित

   

सम्बंधित खबर