ठगी करने वाले एजेंट को पुलिस ने किया गिरफ्तार

नई दिल्ली, 25 जून (हि.स.)। आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस ने पासपोर्ट पर नकली मलेशियाई स्टाम्प चिपका कर थाईलैंड के रास्ते मलेशिया भेजने के बहाने ठगी करने वाले एक एजेंट को पंजाब से गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान गांव झारोर श्री मुक्तसर साहिब निवासी जगमीत सिंह गिल के रूप में हुई है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि कपूरथला पंजाब के रहने वाले अभि को 8 फरवरी को थाईलैंड से निर्वासित किया गया था। दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद इमिग्रेशन विभाग के अधिकारियों ने उसके यात्रा दस्तावेजों की जांच की। जांच में पता चला कि यात्री 7 मार्च 2023 को भारत से पर्यटन वीजा लेकर थाईलैंड गया था।

अगले दिन उसके पासपोर्ट पर थाईलैंड इमिग्रेशन की आगमन इमिग्रेशन स्टाम्प लगी हुई पाई गई। जांच के दौरान उसके पासपोर्ट पर मलेशियाई इमिग्रेशन की एक नकली स्टाम्प लगी हुई पाई गई। यात्री को पुलिस के हवाले कर दिया गया। आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस ने यात्री के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया।

पूछताछ में अभि ने बताया कि वह आजीविका और पैसे कमाने के लिए मलेशिया जाना चाहता था। वह पड़ोस के वरिंदर सिंह नाम के एक एजेंट के संपर्क में आया। एजेंट ने उसे एक लाख रुपये लेकर थाईलैंड के रास्ते मलेशिया भेजने का वादा किया। एजेंट वरिंदर सिंह ने अपने सहयोगी की मदद से उसकी यात्रा की व्यवस्था की। फरवरी 2023 में वह पर्यटन वीजा लेकर बैंकॉक के लिए रवाना हुआ। वहां पहुंचने पर एजेंट ने उसके लिए तीन महीने के लिए पर्यटक वीजा की व्यवस्था की।

कुछ दिन वहां रहने के बाद एजेंट ने उसके पासपोर्ट पर नकली इमिग्रेशन स्टाम्प की व्यवस्था की और उसके मलेशिया में अवैध प्रवेश की व्यवस्था की। लेकिन इस बीच उसे थाईलैंड पुलिस ने निर्धारित समय से अधिक ठहरने के आरोप में पकड़ लिया। थाईलैंड के अधिकारियों ने उस पर जुर्माना भी लगाया और उन्हें भारत भेज दिया। आरोपी ने बताया कि उसने एजेंट वरिंदर सिंह के बैंक खाते में 36 हजार रुपये ट्रांसफर किए थे और 14 हजार नकद दिए थे। बाकी गंतव्य पर पहुंचने के बाद भुगतान करना था। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने वरिंदर सिंह को मार्च 2024 को फतेहगढ़ पंजाब से गिरफ्तार कर लिया। उसने बताया कि एक सहयोगी एजेंट जगमीत सिंह गिल के साथ मिलकर ठगी करता था।

इसके बाद पुलिस जगमीत की तलाश शुरू की। पुलिस ने तकनीकी जांच कर आरोपित को अमृतसर से पकड़ लिया। उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। उसने बताया कि 2015 में वह मलेशिया गया था। जहां कुछ एजेंटों के संपर्क में आकर भारत से विदेश जाने के इच्छुक लोगों से ठगी करने लगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ अश्वनी/प्रभात

   

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