फोरहेक्स फेयर नौ अगस्त सेः जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में किया जाएगा आयोजित

जयपुर, 29 जून (हि.स.)। फेडरेशन ऑफ राजस्थान हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स ने फोरहेक्स फेयर के 10वें संस्करण के आयोजन की घोषणा की है। यह फेयर 9 से 12 अगस्त तक जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक आयोजित किया जाएगा। इस वर्ष फोरहेक्स फेयर के विरासत और हस्तशिल्प के भव्य उत्सव में 150 से अधिक पार्टिसिपेंट्स शामिल होंगे, जो हस्तशिल्प, वस्त्र, होम डेकोर, फर्नीचर, लाइटिंग, कालीन, मिट्टी के बर्तन और अन्य उत्तम उत्पादों की एक श्रृंखला प्रदर्शित करेंगे। इस दौरान 2100 वर्ग मीटर के विशाल एग्जिबिशन एरिया और 150 से अधिक बूथों का समर्थन करेगा।

इस वर्ष के कुछ प्रमुख ब्रांड्स में एलिमेंट्री, हस्तकला, ओबीटी, रतन, जयपुर फर्नीचर शामिल हैं और इसमें मुरादाबाद, सहारनपुर, फिरोजाबाद, खुर्जा, पानीपत, संबल, श्रीनगर, जयपुर, जोधपुर और उदयपुर के प्रतिभागी शामिल होंगे।

फोरहेक्स फेयर कमेटी के प्रेसिडेंट जसवंत मील ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में फोरहेक्स फेयर हमारे कारीगरों की स्थायी भावना और प्रतिभा का प्रतीक बन गया है, जो कारीगरों, एक्सपोर्ट्स और उद्योग के लीडर्स को एक साथ आने, सहयोग करने और अपनी उत्कृष्ट कृतियों को प्रदर्शित करने के लिए एक अद्वितीय मंच प्रदान करता है। यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम हमारे सर्वश्रेष्ठ शिल्पकारों को एक साथ लाता है और उन्हें अपने कोऑर्डिनेटेड प्रोडक्ट रेंज को व्यापक दर्शकों के सामने पेश करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है, जिससे हस्तशिल्प और कपड़ा क्षेत्रों में विकास और विस्तार को बढ़ावा मिलता है। हम इस वर्ष लगभग 50,000 से अधिक विशिष्ट आगंतुकों के आने की उम्मीद करते हैं, जिसका अनुमानित कारोबार लगभग 50-60 करोड़ रुपये है।

फोरहेक्स के प्रेसिडेंट सुनीत जैन ने कहा कि फोरहेक्स फेयर वह मंच है जहाँ लोग आकर अपने उत्पादों का परीक्षण कर सकते हैं और अपने घरेलू मैदान में अपना ब्रांड बना सकते हैं। इस फेयर में ब्रांड्स के लिए कॉर्पाेरेट और सहयोग करने की भी अपार संभावना है ताकि वे अंतिम उपभोक्ताओं को संतोषजनक अनुभव दे सकें। इसके साथ ही उन्होंने क्राफ्ट कनेक्ट कार्यक्रम के शुभारंभ की भी घोषणा की। जिसका उद्देश्य स्टार्टअप और ब्रांड्स के लिए ब्रीडिंग ग्राउंड के रूप में कार्य करके उद्योग और शिक्षा जगत के बीच की खाई को पाटना है, ताकि शिक्षा जगत को उद्योग की अंतर्दृष्टि मिल सके और उद्योग को तैयार और अनुभवी शिक्षार्थियों से लाभ मिल सके।

फोरहेक्स के सेक्रेटरी रवि उतमानी ने बताया कि इस फेयर का उद्देश्य कारीगरों को उद्योग से जोड़कर उनके माध्यम से समाज की सेवा करना है। फेयर में आगंतुक विभिन्न राज्यों के इन कुशल कारीगरों के असाधारण काम को देख सकते हैं। वे हैंडलूम वीविंग, कालीन बुनाई, चमड़ा शिल्प, मधुबनी पेंटिंग, स्टोन आर्ट, वायर इनले, तारकशी, मीनाकारी, सांगानेरी ब्लॉक प्रिंटिंग, ब्लू पॉटरी, चमड़े की जूतियाँ, पीतल के हस्तशिल्प जैसे शिल्प और उत्पादों की विविध रेंज का एक ही छत के नीचे आनंद ले सकते है।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप

   

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