जेपी आंदोलन के बाद एक बार फिर बड़े बदलाव की जरूरत: अजय शंकर

रजौली अनुमंडल के लोगों ने कहा- बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर जरूरी

नवादा , 1 जुलाई(हि .स.)। जन सुराज के जरिए बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर का आगमन एक बड़े और आंदोलनकारी राजनीति की शुरुआत है, जिस बेबाकी और बुनियादी सोच के साथ जन समस्याओं को सामने लाते हैं, यह प्रशांत किशोर का अंदाज बिहार जनमानस को छू जाता है। लिहाजा आज लाखों की संख्या में इनके चाहने वाले हैं।

यह बातें सोमवार को नवादा के रजौली अनुमंडल मुख्यालय में प्रोजेक्ट कन्या इंटर स्कूल के समीप 3डी क्लासेस कैंपस में आयोजित एक विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रखर समाजवादी अजय शंकर शरण ने कही। उन्होंने जेपी आंदोलन की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार को एक बार फिर राजनीतिक बदलाव की जरूरत है। बिहारी जनमानस अवसाद से ग्रसित हो गया है। इससे निकलने के लिए प्रशांत किशोर की राजनीतिक तत्परता और सूझबूझ निहायत ही सराहनीय प्रयास है। जरूरत आम जनमानस को इनके साथ होने की है।

विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए रमाशंकर उर्फ गप्पू सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर जिस भावना के साथ बिहार की समस्याओं को लेकर निकले हैं इसके समाधान के लिए हमें उनके कदम से कदम मिलाकर चलना होगा। यही इसके समाधान का बेहतर तरीका है।

कार्यक्रम को मथुरासिनी इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य आनंद देव पांडेय ने भी संबोधित किया। इन्होंने कहा कि बिहार इन दिनों शैक्षणिक अराजकता से गुजर रहा है। इससे निपटने के लिए छात्रों को आंदोलित होने की जरूरत है। तभी बिहार के हर क्षेत्र में बदलाव संभव है।

कार्यक्रम की शुरुआत जन सुराज के जिला मीडिया प्रभारी व जन सुराज विचार मंच के जिला संयोजक अजय कुमार की देखरेख में हुई। इसकी अध्यक्षता प्रखर समाजवादी अजय शरण ने की। कार्यक्रम में दर्जनों की संख्या में उपस्थित पुरुष व महिलाओं ने जन सुराज के प्रणेता प्रशांत किशोर के बारे में दी गई जानकारी को सुना और जनसुरज के उद्देश्यों व समाज के कल्याणकारी कार्यों में जन चेतना को जागृत करने जैसे कार्यों की सराहना की।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ सुमन/चंदा

   

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