सम्मान न सिर्फ नई पहचान देते हैं, बल्कि काम करने का हौसला भी बढ़ाते हैं: संदीप नागराले

मुंबई, 4 जुलाई, (हि. स.)। सम्मान न सिर्फ नई पहचान देते हैं, बल्कि काम करने का हौसला भी बढ़ाते हैं। ऐसे अवसर आपकी तरक्की की यात्रा में चार चांद लगाते हैं। घुंघरू 2024 में सम्मानित होने पर मैं खुश और उत्साहित हूं। इस सम्मान के लिए मैं सभी आयोजकों का हृदय से आभारी हूं। यह बातें फिल्म निर्माता और सोशल वर्कर संदीप नागराले ने कहीं। पिछले दिनों नवी मुंबई के वाशी स्थित सिडको ऑडिटोरियम में सिंधु नायर द्वारा प्रस्तुत नृत्य महोत्सव घुंघरू 2024 में नागराले को सम्मानित किया गया था। इसकी खुशी वे पत्रकारों से साझा कर रहे थे। कुछ महीने पहले फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री ने नागराले को ग्लोबल ग्लोरी अवार्ड 2023 से सम्मानित किया था।

संदीप ने हाल ही में महाराष्ट्र सरकार से अनुमति पत्र प्राप्त कर एक नर्सिंग कॉलेज शुरू किया है, जिसके वह ट्रस्टी हैं। संदीप नागराले पिछले कुछ वर्षों से फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। उन्होंने युवा पीढ़ी में जागरूकता लाने के लिए नशामुक्ति पर एक शॉर्ट फिल्म का निर्माण किया है, जिसे कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। वे कई फैशन शो का आयोजन भी करते रहते हैं। उन्होंने फिल्मों में काम करने वाले चालीस बौनों को लेकर फिल्म ''आखिरी गब्बर'' बनाया, जो कि एक तरह का अनूठा प्रयास रहा। लॉकडाउन के दौरान कॉमेडियन सुनील पाल अभिनीत मराठी फिल्म ''एक होता लेखक'' रिलीज हुई, जिसमें वह सह-निर्माता थे। बॉलीवुड सहित सामाजिक कार्यों में संदीप नागराले को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए महाराष्ट्र रत्न अवार्ड 2023 सहित लीजेंड दादासाहेब फाल्के अवार्ड, महाराष्ट्र रत्न अवार्ड और महात्मा गांधी रत्न अवार्ड भी मिल चुका है।

हिन्दुस्थान समाचार

   

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