पौधों को लगाने से कहीं ज्यादा आवश्यक है, उन्हें बचाना : केशव मौर्य

लखनऊर, 04 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि वृक्षों को लगाना बहुत जरूरी है, लेकिन उससे ज्यादा जरूरी उन्हें बचाना है।

श्री मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस वर्ष ग्राम्य विकास विभाग के 12.59 करोड़ पौधों के रोपण के लक्ष्य को समय से पूरा किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि निर्धारित लक्ष्य को निर्धारित तिथि तक हर हाल में पूरा किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि रोपित पौधों की जीवन्तता सुनिश्चित करने हेतु रोपण के पश्चात आगामी 3 वर्षों अथवा पौधों के वृक्ष के रूप में स्थापित होने तक सुरक्षा एवं रखरखाव किया जाए।

श्री मौर्य ने कहा है कि हमें अपने बच्चों की तरह वृक्षों और पौधों की परवरिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सरकार और समाज दोनों को मिलकर काम करना होगा,तभी हम अपनी पीढ़ी को स्वच्छ और सुरक्षित पर्यावरण दे पाएंगे।

उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण के दृष्टिकोण से ही अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम सबको संकल्प लेना चाहिए की परमार्थ का भाव रखते हुए वृक्षारोपण करें और पौधों को बचाएं।

श्री मौर्य ने कहा हम सब लोग वातावरण को स्वच्छ रखने तथा वृक्षों को संरक्षित रखने की संगठित रूप से प्रयास करें, तभी आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित पर्यावरण दे पाएंगे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि हम अपने मित्रों व आसपास के लोगों को पर्यावरण सुरक्षा हेतु प्रेरित करें व अधिक से अधिक पौधे लगाएं।

केशव प्रसाद मौर्य ने आम जनमानस का आह्वान किया है कि सभी लोग पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन में अपना योगदान दें तथा अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें। मौर्य ने कहा है कि लक्ष्य से अधिक उच्च गुणवत्ता प्राप्त करने वाले तीन जनपदों को चिन्हित कर सम्मानित किया जाएगा।

गौरतलब है कि उप मुख्यमंत्री के नेतृत्व व निर्देशन में वृक्षारोपण को सफल बनाने हेतु ग्राम्य विकास विभाग पहले से ही सक्रिय है। विभाग को मिले लक्ष्य के अनुसार सभी जनपदों को भी लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये दिए गये निर्देशों के क्रम में वृक्षारोपण को लेकर माइक्रो प्लानिंग की गयी है। साथ ही व्यक्तिगत लाभार्थियों को भी मांग के अनुसार नियमानुसार फलदार पौधे उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं।

उप मुख्यमंत्री ने मनरेगा योजना से बांस का रोपण नदियों के किनारे पर किये जाने के निर्देश दिए गए हैं। अमृत सरोवरों के चारों ओर फलदार व छायादार पौधों का रोपण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। यह भी निर्देश दिए गए हैं कि रोपण के पश्चात पौधों की देखरेख एवं प्रतिस्थापन सम्बन्धी कार्य में भी श्रमिकों को योजित किया जाय,जिससे समस्त नियोजित श्रमिक परिवारों को 100 दिन का रोजगार दिया जा सके। ग्राम्य विकास आयुक्त जी एस प्रियदर्शी ने सभी जनपदों को वृक्षारोपण के लक्ष्य को समय से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/राजेश

   

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