उत्तराखंड : मुश्किल हालातों में 500 से अधिक जिंदगियों के लिए देवदूत बनी एसडीआरएफ

उत्तराखंड : मुश्किल हालातों में 500 से अधिक जिंदगियों के लिए देवदूत बनी एसडीआरएफ

— चंपावत व उधमसिंहनगर के जलभराव क्षेत्रों में एसडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन

देहरादून, 08 जुलाई (हि.स.)। उत्तराखंड की भौगोलिक पस्थितियों का हर वर्ष ऐसा प्राकृतिक फेरबदल देखने को मिलता है। इससे इंसानी जीवन कई बार संकट में आ जाता है। आपदा की भयावह स्थिति में उत्तराखंड पुलिस विभाग की एसडीआरएफ टीम संकट मोचक बनकर अपने कर्तव्य का निर्वहन करती है, जिनके रेस्क्यू ऑपरेशन से जलभराव में फंसे 500 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।

कुमाऊं परिक्षेत्र में हुई अत्यधिक अतिवृष्टि से चंपावत व उधमसिंहनगर के मैदानी क्षेत्र के कई इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए। जलभराव होने से कई मकान पानी से भर गए। सैकड़ों लोग घरों के अंदर छतों पर फंस गए। उत्तराखंड में मानसून सीजन में एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) लोगों के लिए देवदून बनी हुई है। एसडीआरएफ सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने घटना की जानकारी होने पर एसडीआरएफ टीमों को आवश्यक उपकरणों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य के लिए निर्देशित किया। साथ ही ढालवाला से भी एसडीआरएफ की एक टीम को बैकअप के तौर पर उधमसिंह नगर भेजा।

चंपावत के जगपुरा में अतिवृष्टि से आई बाढ़ में कुछ लोगों के फंसे होने की सूचना पर एसडीआरएफ टीम ने मुश्किल हालातों में 30 महिला—पुरुषों व बच्चों को सुरक्षित निकालकर रैन बसेरा बनबसा भेजा। इसके बाद टनकपुर के वार्ड नंबर-नौ व देवपुरा बनबसा में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू कर राफ्ट के माध्यम से अब तक 122 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। टनकपुर वार्ड नंबर नौ में जल भराव के दौरान एसडीआरएफ ने रेस्क्यू कर तीन परिवारों के 12 सदस्यों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। इस पर स्थानीय लोगों ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए आभार जताया।

एसडीआरएफ की टीम भारी बारिश के बीच उफनती धाराओं में हर चुनौती का सामना करते हुए खटीमा क्षेत्रांतर्गत चतरपुर में जलभराव के बीच फंसे 250 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर राफ्ट के माध्यम से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। वहीं दूसरी ओर ऋषिकेश से भेजी गई बैकअप टीम ने अरविंदनगर, सितारगंज में मोर्चा संभाला। अरविंदनगर में जलभराव के बीच फंसे 59 लोगों को राफ्ट के माध्यम से प्राथमिक विद्यालय झाड़ी सितारगंज सकुशल पहुंचाया गया, जहां उनके रुकने एवं खाने की व्यवस्था की गई है। सितारगंज में अब तक 107 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है। जनपद उधमसिंहनगर में एसडीआरएफ की तीन टीमें रेस्क्यू में जुटी हुई हैं। एसडीआरएफ रेस्क्यू टीमों ने भारी बारिश के बीच युद्ध स्तर पर मोर्चा संभाला। दोनों जनपदों में अब तक 500 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है। रेस्क्यू टीमों का मझोला, नानकमत्ता व खटीमा में बचाव अभियान अभी भी जारी है।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण

   

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