वेब कास्टिंग के माध्यम से प्रसारण

समस्तीपुर, 2 जनवरी (हि स)। जल-जीवन-हरियाली दिवस कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को ग्रामीण विकास विभाग बिहार पटना के तत्वावधान में ज्ञान भवन पटना में किया गया एवं यहां से वेब कास्टिंग के माध्यम से इसका प्रसारण समाहरणालय सभागार में किया गया ।इसे जिलाधिकारी एवम उप विकास आयुक्त समेत जिला के अन्य में संबंधित पदाधिकारीगणों तथा कर्मियों ने सुना।जिलों में कुल 2585 सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं का जियो इंस्पेक्शन किया गया, जिसमें से 598 सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं को अतिक्रमित पाया गया एवं सभी 598 को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है।

मनरेगा द्वारा जीर्णोधार हेतु चिन्हित जिले के कुल 1903 सार्वजनिक तालाबों में से अभी तक 728 तालाबों काजीर्णोधार कार्य प्रारंभ कराते हुए 724 में कार्य पूर्ण किया गया है।लघु जल संसाधन विभाग द्वारा अभी तक 61 सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं का जीर्णोधार किया गया है।

जिले में मनरेगा द्वारा जीर्णोधार हेतु 175आहर एवं 249 पईन / बाहा का भौतिक सत्यापन किया गया एवं क्रमशः सभी 175 आहर एवं 249 पईन का जीर्णोधार कार्य मनरेगा द्वारा पूर्ण किया जा चुका है।ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों को मिलाकर कुल 3219 सार्वजनिक कुँआ को जीर्णोधार के लिए चिन्हित किया गया। पीएचईडी, पंचायती राज विभाग एवं नगर निकायों द्वारा अभी तक 1543 सार्वजनिक कुओं का जीर्णोधार कार्य प्रारंभ कराते हुए 1463 कुओं का जीर्णोधार कार्य एवं उनके किनारे सोख्ता का निर्माण पूर्ण कराया गया हैं।जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कुल 42811 चापाकलो /कुओं के किनारे सोख्ता निर्माण का लक्ष्य अभियान के प्रारंभ में लिया गया जिसके विरुद्ध अभी तक 22516 सोख्ता निर्माण का कार्य प्रारंभ कराया गया है एवं 22098 सोख्ता निर्माण पूर्ण किया गया है।जल संचयन एवं मत्स्य पालन को ध्यान में रखते हुए जिले में मनरेगा द्वारा 836 खेत-पोखर के रूप में नए जल स्रोतों का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है एवं जिसमें से 813 खेत-पोखर का निर्माण कार्य पूर्ण है। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा जिले में 57 नए जल स्रोतों का निर्माण पूर्णता के रूप में किया गया है।

भूतल जल-स्तर के सुदृढ़ीकरण के कार्य अंतर्गत जिला में मनरेगा, भवन निर्माण विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं नगर एवं आवास विभाग के समन्वित प्रयास से अभी तक 665 छत वर्षा जल संचयन संरचना का निर्माण कार्य प्रारंभ कर 664 इकाइयों का कार्य पूर्ण किया गया है।वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 में समस्तीपुर जिला अंतर्गत हरित आच्छादन के कार्य में मनरेगा द्वारा अभी तक 692000 पौधा रोपण का कार्य किया गया है। जिलाधिकारी समस्तीपुर के निर्देश में मनरेगा, जीविका एवं अन्य विभागों द्वारा जिला में इस वित्तीय वर्ष में कुल 1309910 पौधारोपण किया गया है।

जैविक खेती एवं सिंचाई के सूक्ष्म विधि (ड्रिप / स्प्रिंकलर) के प्रोत्साहन कार्य में जिले में कुल 448565 एकड़ कृषि योग्य भूमि के विरुद्ध अभी तक 6101 एकड़ में जैविक खेती एवं 1516 एकड़ भूमि में टपक सिंचाई की जा रही है।नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग एवं ऊर्जा के बचत कार्य अंतर्गत 92 सरकारी भवनों पर सौर ऊर्जा संयंत्र अभिष्ठापित कर उन्हें कार्यशील किया गया है जबकि यह कार्य सभी सरकारी विद्यालयों एवं अस्पतालों आदि सहित कुल 3617 सरकारी भवनों पर किया जाना है।जल-जीवन-हरियाली जागरूकता अभियान अंतर्गत माह के प्रत्येक प्रथम मंगलवार को निर्धारित जल-जीवन-हरियाली विषयों पर परिचर्चा दिवस का आयोजन किया जाता है। आमजनों के बीच इस अभियान के प्रति संवेदनशीलता एवं जागृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दीवाल लेखन, होल्डिंग आदि को जिला के प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित किया गया है एवं लगातार सभी स्तर पर समीक्षा बैठकों के दौरान अभियान के सफलता हेतु प्रभावी प्रयास किये जाते है ।

आज जिले केसभी 20 प्रखंड मुख्यालयों पर जल-जीवन- हरियाली दिवस का आयोजन किया गया तथा ज्ञान भवन पटना से इस संबंध में प्रसारित कार्यक्रम को वेब कास्टिंग के माध्यम से सुना गया।

हिन्दुस्थान समाचार/ त्रिलोकनाथ /चंदा

   

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