कुशीनगर की बुद्धकालीन हिरण्यवती नदी को मिलेगा नया आयाम

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कुशीनगर, 08 जनवरी (हि.स.)। गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में अंतर-राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन आधारित आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए सोमवार को प्रशासनिक तेजी दिखाई दी।

जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने दोपहर में हिरण्यवती रीवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का स्थल निरीक्षण किया और योजना के तहत प्रस्तावित कार्यों पर चर्चा की और उस अनुरूप अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने नदी किनारे स्थित मियावाकी वन का विस्तार करने और बुद्धा थीम पार्क के निर्माण में आ रही भूमि संबंधित अड़चन को दूर करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने गांधी चौक सुंदरीकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। डीएम ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंकिता जैन को पूरे कार्य की मॉनीटरिंग करते रहने के निर्देश दिए।

रीवर फ्रंट डेवलपमेंट योजना में हिरण्यवती नदी के तीन किमी एरिया के दोनों तरफ पाथ–वे,पक्के घाट,पंप हाउस,ट्यूबेल लैंडस्केपिंग,सघन वृक्षारोपण, लाइटिंग आदि के कार्य कराए जाने हैं। जिलाधिकारी ने मियावाकी वन योजना के क्षेत्रफल का विस्तार देवरिया रोड पर स्थित बड़े पुल तक करने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी शैलेंद्र मिश्र को कसया गांधी चौक के सुंदरीकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। ईओ ने पोल शिफ्टिंग न होने की बात बताई तो डीएम ने एक्सईएन विद्युत से संपर्क कर शिफ्टिंग जल्द करने की बात कही। उन्होंने बुद्धा थीम पार्क के निर्माण में आ रही भूमि संबंधी अड़चन को किसानों से बात कर सुलझाने के निर्देश हल्का लेखपाल निलेश रंजन राव को दिए।

उन्होंने बताया कि बौद्ध धर्म में हिरण्यवती नदी का बहुत महत्व है। जिला प्रशासन और राज्य सरकार का पूरा प्रयास है कि नदी को उसकी वैश्विक महत्व के अनुरूप विकसित किया जाए। इस हेतु योजना बन रही है। जल्द ही अच्छी खबर सुनने को मिलेगी।

इस दौरान स्वच्छता प्रभारी श्रवण तिवारी,सभासद,शैलेंद्र त्रिपाठी,टिंकू मिश्रा,राजेश मद्धेशिया आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/गोपाल

   

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