चयन प्रक्रिया में प्रतीक्षा सूची मानदंड को बहाल करने की मांग

जम्मू, 8 जनवरी (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) जम्मू कश्मीर ने जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग (जेकेपीएससी) और जम्मू कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (जेकेएसएसबी) चयन प्रक्रिया में प्रतीक्षा सूची मानदंडों को हटाने के प्रशासन के हालिया फैसले पर नाराजगी व्यक्त की है।

एबीवीपी की राज्य सचिव अक्षी बिल्लोरिया ने कहा, प्रतीक्षा सूची ने भर्ती प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह उन योग्य उम्मीदवारों के लिए एक अवसर प्रदान करती है जो प्रारंभिक चयन में मामूली अंतर से चूक गए थे।

उन्होंने कहा कि प्रतीक्षा सूची को समाप्त करके, सरकार उच्च योग्य और सक्षम उम्मीदवारों को सार्वजनिक सेवा में योगदान करने के उनके उचित अवसर से वंचित करने का जोखिम उठाती है। इस निर्णय से सार्वजनिक प्रशासन के भीतर प्रतिभा और विविधता का नुकसान हो सकता है, जो अंततः समानता और योग्यता के सिद्धांतों को कमजोर कर सकता है।

इसके अलावा, प्रतीक्षा सूची को छोड़ देने से अनुचितता और मनमाने ढंग से निर्णय लेने की धारणा पैदा हो सकती है, जिससे चयन प्रक्रिया की अखंडता में इच्छुक उम्मीदवारों का विश्वास कम हो सकता है। इसका छात्रों के मनोबल और जेकेपीएससी और जेकेएसएसबी की विश्वसनीयता पर लंबे समय तक असर पड़ सकता है। उन्होंने ने एलजी से इस फैसले पर पुनर्विचार करने और जेकेपीएससी और जेकेएसएसबी चयन प्रक्रिया में प्रतीक्षा सूची मानदंड को बहाल करने का आग्रह किया है।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान

   

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