कई पीढ़ियों के बलिदान के उपरांत 22 को दिखनी चाहिए दीपावली : श्रीराम

कानपुर, 10 जनवरी (हि.स.)। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन 22 जनवरी को दीपावली दिखनी चाहिए। यह सामान्य दिवस और सामान्य मंदिर का निर्माण नहीं है। कई पीढ़ियों के बलिदान के उपरांत 22 तारीख का दिन आएगा और हम सब का यह सौभाग्य है कि हम सबको इसका साक्षी बनने का मौका मिलेगा। यह बात बुधवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय इंटर कॉलेज आजाद नगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा उसके सम वैचारिक संगठनों की हुई समन्वय में प्रांत प्रचारक श्री राम ने कही।

उन्होंने सभी संगठनों से आवाहन किया की सभी संगठन शेष बचे 5 दिनों में अक्षत वितरण के कार्यक्रम में और तेजी लाएं समाज का कोई भी वर्ग कोई परिवार नहीं बचना चाहिए। जिसके घर तक अक्षत न जाए तथा जिसे प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम की सूचना न प्राप्त हो। बैठक में रामलाल प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन अर्थात 22 जनवरी को तैयारी की दृष्टि से सभी संगठनों के प्रमुख लोगों से वार्ता कर अपनी-अपनी तैयारी और अब तक किए गए सम्पर्क की जानकारी दी। इस समय सभी संगठन अपने-अपने कार्य क्षेत्र के अनुसार अक्षत वितरण कार्यक्रम में लगे हुए हैं। विद्यार्थी परिषद विद्यार्थियों के मध्य विद्या भारती शिक्षकों के मध्य लघु उद्योग भारती उद्यमियों के मध्य विश्व हिंदू परिषद साधु संत मठ मंदिर के मध्य ऐसे सभी संगठन अपने से जुड़े समाज जन के बीच में अक्षत वितरण के कार्यक्रम में लगे हुए हैं।

बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरफ से क्षेत्र संघ चालक वीरेंद्र जीत सिंह, प्रांत संघचालक भवानी भीख, प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ अनुपम, विभाग संघचालक डॉ श्याम बाबू गुप्त, प्रांत शारीरिक प्रमुख ओंकार, विभाग प्रचारक बैरिस्टर विभाग कार्यवाह साहब लाल, विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री परमेश्वर, राजीव महाना, भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल, कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी आदि संगठनों के प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/विद्याकांत

   

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