मेट्रो विस्तार के लिए दक्षिणेश्वर स्काईवॉक तोड़ने की योजना कॉम फिरहाद ने जताया विरोध

कोलकाता, 14 जनवरी (हि.स.)। दक्षिणेश्वर स्काईवॉक को किसी भी तरह से नहीं तोड़ा जाएगा। मेट्रो रेल रामकृष्ण परमहंसदेव की विरासत को नष्ट करना चाहता है। कोलकाता नगर निगम के मेयर फिरहाद हकीम ने उक्त बातें कही। रविवार को उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का काम तुगलकी बुद्धि के अनुसार हो रहा है। फ्लाईओवर निर्माण के समय मेट्रो रेल से एनओसी ली गई थी। केएमडीए इंजीनियर और मेट्रो इंजीनियर एक सुर में कहा था कि स्काईवॉक हो तो कोई दिक्कत नहीं है। उनकी इजाजत से इतने पैसे खर्च कर स्काईवॉक का निर्माण किया गया। अब स्काईवॉक को ध्वस्त करने की बात कही जा रहा है। जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।

दरअसल, कवि सुभाष से दक्षिणेश्वर तक मेट्रो की संख्या बढ़ाने और आवाजाही को सुचारू करने के लिए दक्षिणेश्वर स्टेशन के नवीनीकरण की योजना बनाई जा रही है। रेलवे ने इसके लिए लाइन की लंबाई बढ़ाने के लिए राज्य से जमीन मांगी है। इस बारे में फ़िरहाद ने कहा कि अगर राज्य सरकार ज़मीन देती है तो दक्षिणेश्वर स्काईवॉक का एक हिस्सा तोड़ना पड़ेगा। जिससे राज्य सरकार सहमत नहीं है।

मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि स्काईवॉक को किसी भी तरह से नहीं तोड़ा जाएगा। दिन-रात मेहनत से इतना सुंदर स्काईवॉक बनाया गया है। अब कहते हैं मेट्रो रेल वहां से गुजरेगी, तोड़ दो। यह अस्वीकार्य है।

हिन्दुस्थान समाचार/ गंगा

   

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