असम में छह लाख लोग बाढ़ से प्रभावित, मुख्यमंत्री ने राहत शिविरों का किया दौरा

गुवाहाटी, 2 जुलाई (हि.स.)। असम के 19 जिलों के छह लाख लोग कई दिन से लगातार हो रही बारिश के बाद बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। बाढ़ प्रभावित लोगों को सरकार ने शिविरों में रखा है। मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा ने खराब मौसम के बावजूद मंगलवार को गोलाघाट जिले के नुमलीगढ़ समेत कई राहत शिविरों का दौरा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने टूटे तटबंधों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। राज्य के कृषि मंत्री अतुल बोरा भी मुख्यमंत्री के मौजूद थे।

इधर, शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने राज्य के धेमाजी, लखीमपुर माजुली आदि बाढ़ प्रभावित जिलों का जायजा लिया। जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शिक्षा मंत्री टूटे तटबंध का निरीक्षण करने माजुली पहुंचे। यहां पत्रकारों से बातचीत करते शिक्षा मंत्री पेगू ने कहा कि प्रशासन व्यापक पैमाने पर राहत और बचाव कार्य कर रहा है।

दरअसल, राज्य के माजुली, डिब्रूगढ़, नगांव समेत कई जिलों में बाढ़ की स्थिति भीषण रूप लेती जा रही है। असम सरकार का राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार राज्य के कुल 19 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। इन 19 जिलों के कुल 1,275 गांवों में 6,44,128 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके अलावा, 26199.18 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई है। सरकार ने अब तक 72 राहत शिविर बनाए हैं। अब तक 8142 बाढ़ पीड़ितों ने इन राहत शिविरों में शरण ली है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बाढ़ से इस वर्ष अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है।

असम के अलावा पड़ोसी राज्य अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण ब्रह्मपुत्र नद के अलावा अन्य नदियां और सहायक नदियां उफान पर हैं। तटबंध कई जगहों पर कटी हुई है। इसी बीच, मौसम विज्ञान केंद्र ने 5 जुलाई तक भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है, जिससे आने वाले दिन में बाढ़ की स्थिति और जटिल होने की संभावना है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश/सुनील

   

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