प्राचीन पर्वत प्रभाष गिरि पर मनाया गया सूर्य का पर्व

कौशांबी, 14 जनवरी (हि.स.)। पश्चिम शरीरा के पभोसा गाव मे सूर्य उपासना (मकर संक्रांति) का पर्व पूरे उत्साह से मनाया गया। आस्था उल्लास संकल्प एवं उमंग के पर्व पर प्रभाष गिरि पर्वत के पास विशाल मेला लगा, जिसमे हजारो की संख्या मे भक्त श्रद्धालुओ ने यमुना मे आस्था की डुबकी लगा कर जैन तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के जिनालय के दर्शन पूजन किया। पवित्र पभोषा पहाड़ पर सर्वधर्म समभाव की छटा दिखती है, जिसे देखने देश-प्रदेश के कोने कोने से लोग आते है। जैन अनुयायी इस स्थान की महिमा का गुणगान करते नहीं थकते।

मंझनपुर मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर यमुना नदी के तट पर पभोषा गांव बसा है। जैन धर्म ग्रंस्थों में यह स्थान प्रभाष गिरी के नाम से उल्लेखित है। जैन धर्म के छठे जैन तीर्थंकर भगवान पदम् प्रभु का जन्म एवं तप स्थल प्रभास गिरि पहाड़ को बताया गया है, जहाँ प्रकृति-तप-आस्था का संगम देखने को मिलता है।

जैन अनुयायी मुनिराज जैन ने बताया, पदम प्रभु ने तपस्या करने के बाद अपने अनुयायियों को इसी स्थल पर दीक्षा देकर अनुग्रहीत किया था। पदम प्रभु के गो-लोक वासी होने के बाद उनके अनुयायिओ ने पभोसा में एक बड़ा सा मन्दिर बनवा दिया। मकर संक्रांति के दिन लगाने वाले सालाना मेले में देश भर से जैन समुदाय के लोगो के अलावा दूसरे धर्म के लोगो की भीड़ जुटती है।

जैन समुदाय के लोग जैन तीर्थ को जिनालय कहते है। साल भर यहाँ आने वाले दूर दराज के लोग प्रभु के दर्शन करके उनके बताये रास्ते पर चलने का संकल्प दोहराते है। मकर संक्रांति के दिन लगाने वाले मेले में देश ही नहीं विदेशों से जैन अनुयाई यहाँ आते हैं।

प्रभास गिरी पर्वत पर अलग-अलग स्थान पर दो मन्दिर बने हैं। जहा पदम प्रभु के वचनों के सार दर्शाया गया है। पदम प्रभु बचपन में ही अनेक विधाओ से सुशोभित हो गए थे। आयु के एक चौथाई समय बीतने पर उन्होंने एक छत्र राज्य प्राप्त कर लिया था। इसके बाद वह संसार, शरीर और भोगो से बिरक्त हो कर जिन दीक्षा ग्रहण कर तप किया। यही पर जैन धर्म के 5 कल्याणक में 2 कल्याणक (गर्भ एवं जन्म) हुए हैं।

मकर संक्रांति यानि सूर्य के उत्सव के पर्व के दिन प्रभासगिरी में बड़ा मेला लगता है। मेले में देश के बिभिन्न जगहों के साथ-साथ आस-पास के हजारो लोग आते है। मेले में मनोरंजन के साथ ही पदम प्रभु के दर्शन करके लोग अपने को धन्य मानते है। मेले में पहुँचने वालो में मुताबिक मकर संक्रांति के दर्शन पूजन पर शांति की अनुभूति होती है।

प्रभासगिरि मेले को लेकर प्रशासन एवं पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की जारी है। एसडीएम आकाश कुमार ने बताया, मेले के सकुशल संपन्न कराये जाने के लिए व्यापक सुरक्षा एवं प्रशासनिक इंतजाम किये गए है। लोगो के आने जाने वाले मार्गो को साफ सुथरा रखने के निर्देश नपा पश्चिम शरीरा के जरिये कराई जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार//पदुम नारायण

   

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