चिकित्सकों ने पांच महीने की बच्ची के सिर में दो किलो वजन की गांठ निकाल बचाई जान

जयपुर, 16 जनवरी (हि.स.)। प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह चिकित्सालय में पांच महीने की बच्ची के सिर से जुड़ी गांठ का जटिल सर्जरी कर डॉक्टरों ने उसे नया जीवन दान दिया है। जानकारी के अनुसार जन्मजात बच्ची के यह गांठ सिर से जुडी मिली थी। शुरुआती दौर में परिवार के लोगों को बच्ची के जन्म के बाद देखने पर लगा कि बच्ची के दो सिर हैं। लेकिन जैसे जैसे बच्ची बड़ी हुई उसी दौरान करीब पांच महीने के अंतराल में गांठ दो किलो की हो गई। इस वजह से बच्ची का मूवमेंट ठीक से नहीं हो पाता था। वह सीधे सो भी नहीं पाती थी। एसएमएस अस्पताल की न्यूरोसर्जरी ओपीडी में दिखाने पर डॉक्टरों की जांच पड़ताल में बच्ची के गांठ होना पाया गया। जिससे डॉक्टरों ने बच्ची की सर्जरी करने का निर्णय किया। प्रोफेसर डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि करीब पांच घंटे के कड़ी महनत से जटिल सर्जरी करने के बाद बच्ची को दो दिन एनआईसीयू में रखा गया। जब तक बच्ची आराम से खाना पीना ले रही है, और अब वह ठीक है और उसे छुट्टी दे दी है।

सीनियर प्रोफेसर डॉ. संजीव चौपड़ा के निर्देशन में प्रोफेसर डॉ. विनोद शर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बी.एल. बैरवा, डॉ. मोहित, डॉ. शोभा पुरोहित और डॉ. मीनू शर्मा ने ऑपरेशन किया।

डॉ. विनोद शर्मा ने बताया बच्ची के जन्म के बाद से ही सिर से जुडी गांठ होने के कारण बच्ची के ब्रेन का कुछ पार्ट इस गांठ के अंदर चला गया था। इसलिए ऑपरेशन बहुत ही जटिल और सावधानी से ब्रेन के इस हिस्से को बिना नुकसान पहुंचाए गांठ को निकालना बड़ी चुनौती थी, क्योंकि कोई भी गलती होने पर बच्ची की जान जा सकती थी। इसके अलावा शरीर के अंगों पर भी इसका असर पड़ता।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप

   

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