रघुनन्दन का हुआ अभिनंदन श्री कृष्ण-बलराम मंदिर में बिखरे राम नाम के हीरे-मोती

जयपुर।, 22 जनवरी (हि.स.)। ‘राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट’ भारत के लिए यह बहुत ही ऐतिहासिक क्षण है जब भगवान राम के अयोध्या आगमन को इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। पूरे देश ने एकजुट होकर प्रभु श्री राम का स्वागत किया। देश का कोना कोना दीपों से रोशन हो गया हर घर आँगन राम के स्वागत के लिए सज गया मानो जैसे दीपावली हो यह प्रतीक है अखंड भारत की आध्यात्मिक एकता का।

जगतपुरा के श्रीकृष्ण-बलराम मंदिर ने भी प्रभू श्री राम के अयोध्या आगमन पर भारत की आध्यात्मिक एकता का अद्भुत उदहारण पेश किया है। मंदिर में श्री राम की अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा पर महारती और संकीर्तन का महा आयोजन हुआ। जिसमे हज़ारों भक्तों ने भाग लिया। इस ऐतिहासिक दिन श्रीकृष्ण-बलराम का धनुष बाण के साथ विशेष श्रृंगार किया गया। मंदिर में फूलों की बहुत ही सुन्दर सजावट की गई साथ ही अद्भुत झांकी भी बनाई गई। मंदिर में दस दिवसीय राम कथा का आयोजन चल रहा है जिसमे भाग लेकर भक्त राम के अद्भुत भक्ति रस में लीन हो रहे हैं। भक्तों के लिए राम तारक यज्ञ का आयोजन किया गया साथ ही भक्तों ने नाम रामायण में रामायण के 108 श्लोकों का एक साथ उच्चारण किया और फिर महा आरती के बाद लाखों घी के दीपकों से सारा मंदिर रौशन हो गया, ऐसा लगा मानो दीपावली हो।

मंदिर के अध्यक्ष अमितासन दास ने इस महा आयोजन पर जयपुर की जनता को बधाई देते हुए कहा की यह पल बहुत ही ऐतिहासिक है जब पांच सौ साल के बाद भगवान राम अयोध्या में विराजे हैं। श्री कृष्ण-बलराम मंदिर ने आध्यात्मिक एकता का उदाहरण पेश करते हुए इस पर्व पर भक्ति का महा आयोजन किया है। उन्होंने भक्तों को इतनी संख्या में मंदिर पधारकर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कोटि कोटि धन्यवाद किया। मंदिर अध्यक्ष अमितासन दास श्री कृष्ण-बलराम मंदिर जगतपुरा जयपुर में सोमवार को राम मंदिर के ऐतिहासिक उद्घाटन समारोह के लाइव प्रसारण के अवसर पर संत शिरोमणि की भूमिका में राजस्थान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी के साथ प्रेम मंदिर प्रताप नगर में उपस्थित हुए।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर

   

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