प्राण-प्रतिष्ठा: भगवान श्री राममंदिर निर्माण में लगी है ऊंचाहार की राख

रायबरेली, 22 जनवरी (हि.स.)। अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर निर्माण में रायबरेली की भी अपनी उपयोगिता है। मन्दिर निर्माण में यहां की राख का उपयोग किया गया है। सोमवार को अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण में योगदान की चर्चा करते हुए श्रीराम तीर्थ अयोध्या के महासचिव चंपत राय ने इसकी जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि पूरे देश से मंदिर निर्माण की सामग्री ली गई है, जिसमें रायबरेली के ऊंचाहार की राख का उपयोग किया गया है।

दरअसल एनटीपीसी से विद्युत उत्पादन में निकली हुई राख की आपूर्ति सीमेंट कंपनियों के अलावा सड़क निर्माण की एजेंसियों को की जाती रही है। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी संभाल रही देश की प्रतिष्ठित कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एल एंट टी) ने राख की आपूर्ति के लिए एनटीपीसी के शीर्ष प्रबंधन से संपर्क किया था। उसके बाद ऊंचाहार से मंदिर निर्माण हेतु राख की आपूर्ति शुरू हुई थी। एनटीपीसी के राख उपयोगिता विभाग इस आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए लगातार लगा हुआ है।

सूत्रों ने बताया कि प्रतिदिन करीब चालीस से पचास टैंकर राख की आपूर्ति लेकर जाते थे। विगत 2020 से यह सिलसिला चल रहा था। भगवान राम के मंदिर निर्माण में ऊंचाहार के महती योगदान की जानकारी मिलने पर क्षेत्रवासी काफी उत्साहित है। हमारी आस्था और संस्कृति के प्रतीक भगवान राम के मंदिर निर्माण में रायबरेली जिले का यह योगदान किसी महायज्ञ में आहुति जैसा है।

एनटीपीसी की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि परियोजना द्वारा अयोध्या में श्रीराम मंदिर हेतु राख की आपूर्ति की गई है, यह एनटीपीसी के लिए गर्व का विषय है।

हिन्दुस्थान समाचार/रजनीश/आकाश

   

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