अणुव्रत मंडल के खासमखास से सीबीआई ने फिर की पूछताछ

कोलकाता, 23 जनवरी (हि.स.)। राज्य में कोयला चोरी के चर्चित मामले में गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद बीरभूम जिले के बाहुबली तृणमूल नेता अणुव्रत मंडल की चर्चा एक बार फिर शुरू हो गई है। इसकी वजह है कि अब शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के मामले में अणुव्रत के बेहद खास नेताओं में शामिल रहे तृणमूल नेता विभास चंद्र अधिकारी से मंगलवार को पूछताछ हुई है। सीबीआई के बुलावे पर वह निजाम पैलेस स्थित केंद्रीय एजेंसी के दफ्तर में आए थे। इसके पहले उनसे वर्ष 2023 में 15 नवंबर को पूछताछ हुई थी।

अब सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया है कि विभास से उनके आश्रम और जमीन से संबंधित दस्तावेज जमा करने को कहा गया था। उसी को उसने जमा किया है।

सूत्रों ने बताया है कि उनसे लंबी पूछताछ हुई है। दरअसल शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तारी के बाद से जेल में बंद तृणमूल युवा के पूर्व नेता कुंतल घोष से पूछताछ में विभास के बारे में जानकारी मिली थी। पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और तृणमूल विधायक तथा प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य से पूछताछ में भी विभास के बारे में खबर मिली थी। वह माणिक का भी करीबी था और नियुक्ति के कई मामलों में आरोपित रहा है। इसलिए उससे दोबारा पूछताछ हुई है।

दरअसल, भर्ती मामले की जांच की शुरुआत में ही सीबीआई ने विभास के कृष्णापुर के नलहटी स्थित घर और कोलकाता के सियालदह स्थित उनके कार्यालय पर छापेमारी की थी। विभास का कृष्णापुर गांव में डीएलएड और बीएड कॉलेज है। एक समय नलहाटी-2 ब्लॉक के तृणमूल अध्यक्ष विभास ने गौ तस्करी मामले में अनुव्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद उन्होंने ''अखिल भारतीय आर्य महासभा'' नाम से एक नई पार्टी बनाई है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा

   

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