उत्तराखंड : सीमांत के 35 सरपंच बनेंगे गणतंत्र दिवस परेड के साक्षी

-चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ के सरपंच पति-पत्नी आमंत्रित

देहरादून, 26 जनवरी (हि.स.)। भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस के इस खास मौके पर प्रदेश के सीमांत क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए चलाई जा रही वाइब्रेंट विलेज योजना के अंतर्गत आने वाले गांवों के 35 सरपंचों को भी कर्तव्य पथ पर आयोजित होने वाली परेड पर विशेष तौर पर आमंत्रित किया है।

उत्तराखंड के सीमांत जिले चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ के 35 सरपंचों को उनके पति और पत्नी के साथ कर्तव्य पथ पर आयोजित होने वाली परेड पर विशेष तौर पर आमंत्रित किया है। इसके अलावा इन जिलों के 23 उप सरपंचों को भी कर्तव्य पथ पर आमंत्रित किया है। सीमांत जिले चमोली के नीति गांव की सरपंच हेमलता राणा गणतंत्र दिवस की परेड के आमंत्रण पर खासी उत्साहित हैं। इस आमंत्रण के लिए उन्होंने व उनके पति मुकेश राणा ने भारत सरकार का आभार जताया है।

चमोली के माणा गांव के आमंत्रित सरपंच पीताम्बर सिंह भी इस आमंत्रण पर पसन्नता जताते हुए कहा कि वह अपनी पत्नी गायत्री देवी के साथ 26 जनवरी की परेड व कार्यक्रम देखने जा रहे हैं। देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब देश के सीमांत जिलों के गांवों के सरपंचों और उपसरपंचों को गणतंत्र दिवस परेड के कार्यक्रम देखने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट विलेज स्कीम से सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिए सरकार बेहतरीन प्रयास कर रही है।

उत्तरकाशी जिले के मुखवा गांव की सरपंच शिवकला देवी अपने पति संजय सिंह के साथ कर्तव्य पथ पर आयोजित होने वाली परेड पर विशेष तौर पर आमंत्रित हैं। धराली गांव की सरपंच प्रभा देवी और उनके पति प्रदीप सिंह भी परेड के देखने के लिए आमंत्रित हैं। प्रदीप ने कहा कि वह परेड के दौरान भारत की विभिन्न संस्कृतियों, विकास और शौर्य को साक्षात रूप से देख पाएंगे। इसके लिए वह भारत सरकार का आभार जता रहे हैं।

सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के गुंजी गांव के सरपंच सुरेश सिंह ने कहा कि सरकार सुंदर गांव के सरपंचों को भी आमंत्रित कर रही है ये एक बेहतरीन प्रयास है। पिथौरागढ़ के कुटी गांव के सरपंच धर्मेंद्र कुतियाल और डुकतु गांव के प्रधान विरेंद्र दुकताल भी परेड कार्यक्रम में आमंत्रण मिलने पर सरकार का आभार जताया है।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज

   

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