यूपी पीएससी परीक्षा में देवबन्द के सिद्धार्थ गुप्ता बने टॉपर

- सिद्धार्थ ने 10 माह में तहसीलदार से बने एसडीएम

सहारनपुर, 24 जनवरी (हि.स.)। यूपी पीएससी के मंगलवार की रात परिणाम आ गए थे। इस बार उत्तर प्रदेश में सिद्धार्थ गुप्ता ने टॉप किया है। लेकिन उनके लिए यूपी पीएससी की परीक्षा में सफल होना पहली बार नहीं है, इससे पहले यूपी पीएससी-2022 में उन्होंने सातवीं रैंक हासिल की। फिलहाल बिजनौर में नायब तहसीलदार के पद पर तैनात हैं। पिता राजेश गुप्ता किराना व्यापारी (बिजनेसमैन) और माता अंजना गुप्ता गृहणी हैं। वह 10 से 12 घंटे पढ़ाई करते हैं। यू-ट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से करंट अफेयर्स को मजबूत किया। लेकिन उनका लक्ष्य अब आईएएस की परीक्षा पास करने का है।

यूपीपीएससी-2023 में उत्तर प्रदेश के टॉपर सिद्धार्थ गुप्ता ने अपनी सफलता पर बताया कि इससे पूर्व यूपीपीएससी-2022 का एग्जाम पहले ही प्रयास में पास किया था। लेकिन 10 माह में सातवीं रैंक से पहली रैंक पर आ गए, इसको लेकर मन में बहुत खुशी है। सिद्धार्थ ने कहा कि बड़ों का आशीर्वाद है और कड़ी मेहनत रंग लाई है। मेरे पिता का सपना था कि वह बड़ा अधिकारी बनें, हालांकि इसके लिए उन्होंने कभी प्रेशर नहीं दिया। बस उन्होंने यह जरूर कहा कि बेटा तुम धैर्य और हिम्मत से पढ़ाई करो। आराम से पढ़ाई करके अपने देश और परिवार का नाम रोशन करो। उनका सपना धीरे-धीरे पूरा हो रहा है। सिद्धार्थ ने 2018 से जीतोड़ मेहनत की। मेहनत 2023 में साकार हुई। दूसरी बार जो रैंक मिली है, इसका श्रेय परिजनों और दोस्तों को दिया। क्योंकि परिवार का पूरा सहयोग रहा।

वहीं उनके पिता राजेश गुप्ता और मां अंजना गुप्ता बेटे की सफलता पर भावुक होकर कहती हैं कि मेरे बेटे का बचपन का सपना पूरा हो गया है। लेकिन अब उसका सपना आईएएस बनने का है, जो भगवान जल्द पूरा करेंगे। सिद्धार्थ ने दून वैली देवबंद से 10वीं और 12वीं तक पढ़ाई की। दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध हंसराज कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। ग्रेजुएशन के बाद सिद्धार्थ तैयारी में जुट गए थे। सिद्धार्थ की दो बहनें हैं, एक प्रियंका जैन और दूसरी डॉ. नेहा बंसल। बड़ी बहन डॉ.नेहा बंसल दिल्ली कैलाश दीपक हॉस्पिटल में कॉर्डियोलॉजिस्ट हैं जबकि दूसरी बहन प्रियंका जैन गृहणी हैं। दोनों बहनों की शादी हो चुकी है।

हिन्दुस्थान समाचार/मोहन

   

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