अनूपपुर: शिकारी खुद फंसा अपने शिकार में, करंट की चपेट में आने से मौत

अनूपपुर, 24 जनवरी (हि.स.)। कोतवाली थाना अनूपपुर के औढेरा गांव में मंगलवार-बुधवार की रात शिकारी घर के समीप जंगल में अपने अन्य साथियों के साथ जंगली जानवर के शिकार के लिए बिछाए गए तार के बाद विद्युत करेंट की चपेट में आने से स्थल पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना सुबह परिजनों को लगने पर ग्रामीण जनों द्वारा कोतवाली थाना एवं वन विभाग को सूचना दी गई। कोतवाली पुलिस एवं वन विभाग का अमला डाक एस्कॉर्ट सहित मौके पर पहुंचकर घटना स्थल से जंगल तक निरीक्षण किया जहां अनेकों स्थान पर करेंट फैलाने के लिए लगाए गए गढडे लड़कियों के टुकड़े मिले स्थल पर पूर्व में भी अनेको वार करेंट लगाए जाने की साक्ष्य मिले हैं।

जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना अनूपपुर के ग्राम औढेरा निवासी 48 वर्षीय रामप्रसाद यादव पुत्र गंगा यादव अपने दो अन्य साथियों के साथ रात में शराब पीने बाद घर के कुछ दूर पर स्थित बिजली की बड़ी लाइन में जंगल में लगभग 2 किमी जमीन में गड्ढा कर जीआई तार जंगल में फैलाने बाद करेंट लगाने हेतु प्रयास कर रहा था संभवत: इसी दौरान उसके दाएं हाथ की अंगूठा एवं अंगुली में करेंट लगने से स्थल पर ही मौत हो गई। घटना के बाद दो अन्य शिकारी जंगल में लगाए,फैलाए गए तार एवं खूंटी को इकट्ठा कर भाग खड़े हुए, सुबह होने पर ग्रामीणों ने रामप्रसाद यादव को खेत में मृत स्थिति में पड़ा देख परिजनो को सूचना दी। ग्रामीणों ने कोतवाली थाना अनूपपुर एवं वन विभाग किरर को जानकारी दी। पुलिस और वन परिक्षेत्र अधिकारी मौके मौके पर पहुंच निरीक्षण करते हुए शव का पंचनामा कर मृतक की पत्नी एवं परिजनों की कथन दर्ज किया। स्थल निरीक्षण पर लगभग 2 किलोमीटर की परधि में जंगल के अंदर जमीन में खूटी लगाने के गड्ढे तथा कुछ स्थानों पर गड़ी हुई खूंटी बरामद की गई। इस दौरान पाया गया कि इसके पूर्व शिकारियों द्वारा अनेकों बार जंगली जानवरों के शिकार के लिए खूंटी गाड कर शिकार किया हैं। घटना की गंभीरता को देखते वन विभाग के डांग एस्कॉर्ट को बुलाकर घटनास्थल का निरीक्षण कराया जा रहा है। वहीं पुलिस शव का पोस्टामार्डम करा परिजनों को सौप दिया। वहीं घटना के बाद से फरार शिकारी की तलाश जारी है।

ज्ञात हों कि औढेरा, किरर, बडहर गांव में कुछ शिकारी प्रवृत्ति के ग्रामीण वन विभाग एवं पुलिस विभाग द्वारा पूर्व में भी शिकार की सूचनाओं पर अपराध दर्ज करते हुए कार्यवाही की गई है के बाद भी शिकार करने की आदतें नहीं छोड़ पा रहे हैं। विगत 5 वर्षों के मध्य जंगली जानवरों के शिकार के लिए लगाए जाते करेंट से कई लोगों की जाने जा चुकी है वहीं कई जंगली जानवर शिकार के लिए लगाए गए करेंट के शिकार हो चुके हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला

   

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