अनूपपुर: 21 दिनों से गांवों में हाथियों का उत्पात, पास के जंगल में जमाया डेरा

अनूपपुर, 31 जनवरी (हि.स.)। जिले के जैतहरी एवं अनूपपुर तहसील एवं वन परिक्षेत्र के जंगलों एवं ग्रामीणों के घरों, बाडियों, खेतों में लगी फसलो एवं रखे अनाजों को 21 दिनों से आहार बनाते हुए विचरण कर रहे दो हाथी मंगलवार एवं बुधवार की रात बांका के जंगल से निकल कर अनूपपुर तहसील एवं वन परिक्षेत्र के बांका, दुधमनिया,कांशा के कंधौवाटोला में पूरी रात विचरण करते हुए बुधवार को दुधमनिया बीट के बांका के जंगल में है। वही एक छोटा तथा छोटे दांत वाला नर हाथी मंगलवार की रात छत्तीसगढ़ से अनूपपुर जिले के बेंकटनगर नगर बीट के से लपटा,निगौरा में देखा गया।

जैतहरी एवं अनूपपुर वन परिक्षेत्र के जंगलों एवं ग्रामीणों के घरों, बाडियों, खेतों में लगी फसलो एवं रखे अनाजों को 21 दिनों से आहार बनाते हुए विचरण कर रहे दो हाथी मंगलवार एवं बुधवार की रात बांका के जंगल से निकल बुधवार को दुधमनिया बीट के बांका के जंगल में है। वही एक छोटा तथा छोटे दांत वाला नर हाथी मंगलवार की रात छत्तीसगढ़ से अनूपपुर जिले के बेंकटनगर नगर बीट के से लपटा,निगौरा में देखा गया। जहां ग्रमीणों को जानकारी मिलने पर हाथी के पास पहुंचने से यह छोटा हाथी दौड़ाते एवं खुद तेजी से दौड़ते हुए धनगवां बीट के कुशुमहाई जंगल में जाकर छिप गया। वन विभाग का दल दोनों हाथियों के समूह पर निगरानी बनाए रखे हुए हैं यह अकेला हाथी भी एक-दो दिन में अपने दो साथियों के साथ मिल जाने की संभावना बन रही है। वन मंडलाधिकारी अनूपपुर एस,के,प्रजापति ने ग्रामीणों को हाथियों के विचरण क्षेत्र से दूर रहने,सुरक्षित रहने एवं वन विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों को सतत निगरानी बनाए रखते हुए विचरण क्षेत्र पर नजर रखते ग्रामीणों को सुरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला

   

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