समावेशी विकास का दूरदर्शी बजट:डॉ. राकेश तिवारी

सहायक प्रोफेसर डॉ राकेश तिवारी 

बजट से देश विकसित होगा तो इसका लाभ भविष्य में व्यापारियों को भी मिलेगा, बोले व्यापारी नेता

वाराणसी,01 फरवरी (हि.स.)। चुनावी वर्ष में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरूवार को लोकसभा में देश का अंतरिम बजट पेश किया। मोदी सरकार के बजट पर लोगों की सुबह से ही निगाह टिकी रही। शहर में कई स्थानों पर व्यापारिक संगठनों की पहल पर व्यापारियों ने बजट का लाइव प्रसारण भी देखा। कार्यक्रम में व्यापारियों,अर्थशास्त्र विशेषज्ञों के साथ चार्टर्ड अकाउंटेंट ने भी इसमें भागीदारी की। अंतरिम बजट में भी महिलाओं, मध्यम वर्ग और करदाताओं को राहत पहुंचाने का प्रयास किया है। बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के अर्थशास्त्र विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. राकेश तिवारी ने कहा कि समावेशी विकास का दूरदर्शी बजट है। इस बजट से '2047 के विकसित भारत की नींव को और मजबूती मिलेगी। सामाजिक,आर्थिक और भोगौलिक समावेशी विकास एवं तीव्र विकास की दिशा में कार्य कर रही सरकार 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने के लिए संकल्पित है। डॉ. तिवारी ने कहा कि बजट में किसान,गरीब,महिला और युवा को सशक्त बनाने पर खासा ध्यान दिया गया है। 1361 मंडियों के माध्यम से तीन लाख करोड़ मूल्य का कृषि आधारित व्यवसाय सम्पन्न होना इस बात को सुनिश्चित करता है कि किसान सशक्त हो रहे है।2013 से 2023 तक अभूतपूर्व निवेश,संवर्धन युवाओं के लिए रोजगार एवं उद्यम में अवसर उत्पन्न कर उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में सराहनीय कार्य है। व्यापारी नेता अजित सिंह बग्गा ने भी बजट को अच्छा बताया। उन्होंने कहा कि इस अंतरिम बजट से व्यापारियों और कुटीर उद्यमियों को कोई लाभ नहीं मिला,लेकिन बजट से देश विकसित होगा तो इसका लाभ भविष्य में व्यापारियों को भी मिलेगा। कई क्षेत्रों को सरकार ने बढ़ावा दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/सियाराम

   

सम्बंधित खबर