विदिशा: पुलिस चैंकिग में पकडाया गायों से भरा ट्रेंक ट्रक

विदिशा, 2 फ़रवरी (हि.स.)। शहर के स्वामी विवेकानंद चौराहे पर शुक्रवार को चैकिग के दौरान एक ट्रक में में 19 मवेशियों को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने जैसे ही ट्रक रोककर पूछताछ शुरू की तो चालक मौके का फायदा उठाकर भाग खड़ा हुआ। बाद में ट्रक को ले जाकर विट्ठल नगर गौशाला में खाली किया। बताया गया कि ट्रक में 18 मवेशी जीवित और एक मृत मिला हैं। पुलिस ने मवेशी को खाली कराकर जप्त कर लिया और उसे सिविल लाईन थाने में खड़ा किया है।

दरअसल, पुलिस द्वारा रोजाना की तरह शुक्रवार को भी चैकिंग की जा रही थी। शाम के समय ट्रक क्रमांक एमपी 09 एचजी 4823 को पुलिस ने चैकिंग के लिए रोका। पुलिस अपनी कार्यवाही में लगी थी। उसी दौरान मौके का फायदा उठाकर चालक वहां फरार हो गया। ट्रक में मवेशी भरे हुए थे और ऊपर की और बोरियों में भूसा भरा हुआ था। ताकि कोई शक न कर सके। पुलिस ने अंदर देखा मवेशी ठूंस-ठूंसकर भरे हुए थे। पुलिस ने ट्रक को बिठ्ठल नगर गौशाला ले गए। जहां गायों को उतारा गया जिनमें 19 मवेशी भरे हुए थे। एक की मौत हो गई थी। कोतवाली टीआई सहित अन्य पुलिस कर्मी वहां मौजूद थे। गायों को उतारकर गौशाला में छोड़ दिया गया। जबकि ट्रेक को ले जाकर सिविल लाइन थाना में खड़ा किया गया है।

ट्रक पर हिन्दू देवी देवताओं के लिखे नाम

ट्रेक क्रमांक एमपी 09 एचजी 48 23 इन्दौर आरटीओ कार्यालय से पंजीकृत गाड़ी है। जो दो लोगों के नाम रजिस्ट्रेड है एक का नाम मोहद शौयब पुत्र नफीस अहमद और दूसरी मोहद इद्ररीश पुत्र नूर मोहम्मद है। जिसका पंजीयन 3 जून 2011 को इन्दौर में हुआ है। ट्रक के आगे की और हिन्दू देवी-देवताओं के नाम लिखे हुए हैं। और जिसका मालिक मुस्लिम समाज से वास्ता रखता है। ऐसे अनाधिकृत और दो नंबर के काम करने वाले शातिर बदमाश धर्म को अपना हथियार बनाकर रोजी-रोटी की आड़ में गलत काम करते हैं। बताया गया कि पुलिस ने जैसे ही ट्रेक को रोका चालक वहां से भाग खड़ा हुआ। यह भी बिचारीय प्रश्न है कि पुलिस की आंखों में धूल झोंककर चालक फरार हो गया।

बारीकी से पड़ताल हो तो कई मामले आ सकते हैं सामने

शुक्रवार को पुलिस की कार्यवाही के दौरान ट्रक को चैकिंग के लिए रोका और उसमें मिली मवेशी से यह बात स्पष्ट होती है कि इस रास्ते से कई बार मवेशी लेकर चालक आना-जाना कर चुका है। पुलिस की कार्यवाही के दौरान जिस तत्परता से चालक ने पुलिस की आंखों में धूल झोंककर वहां से दुडृकी लगा दी। उससे यह स्पष्ट है कि या तो खाकी की मिलीभगत है। या आरोपी इस बात को बखूबी जानता है कि किस तरह से पुलिस की कार्यवाही से बचा जा सकता है। और उसने वही रंग दिखाते हुए पुलिस की आंखों में धूल झोंक दी। और वह भाग खड़ा हुआ। पुलिस यदि ईमानदारी से कार्यवाही करे तो आरोपी कितना बड़ा भी शातिर क्यों न हो वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर नहीं जा सकता। क्योकि पुलिस के पास रजिस्ट्रेड ट्रक मौजूद है। जिसमें मालिक का पता है। और उस पते से पुलिस चाहे तो चंद घंटों में चालक क्या मालिक को भी कटघरे में ला सकती है। देखना यह है कि गायों के प्रति सहानुभूति और नकी रक्षा के नाम पर दुहाई देने वाले गौभक्तों के अलाा शासकीय मुलाजिम भी हो सकते हैँ।

इनका कहना है

चैकिंग के दौरान ट्रक को पकड़ा था। चालक भाग गया है। ट्रेक में 19 मवेशी भरे हुए थे। जिनमें से एक मवेशी की मौत हो गई है। पकड़ गए मवेशियों को गौशाला छोड दिया है। वही ट्रेक को जब्त करके सिविल लाइन थाना में खड़ा करके राजसात की कार्यवाही की जाएगी।

आशुतोष राजपूत,टीआई कोतवाली

हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश कुमार मीणा/मुकेश

   

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