दुकानों पर लगे रामचंद्र सहाय के नाम के फर्जी बोर्ड उतरवाए

मेरठ, 03 फरवरी (हि.स.)। मेरठ के मशहूर रामचंद्र सहाय रेवड़ी वाले के नाम का दुरुपयोग करके दुकान चलाने वालों को कोर्ट से झटका लगा है। कोर्ट के आदेश पर पुलिस की सहायता से मेरठ में कई दुकानों पर लगाए गए फर्जी बोर्ड उतरवाए गए।

वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज गुप्ता के अनुसार, मेरठ के प्रसिद्ध रामचंद्र सहाय रेवड़ी वाले के प्रतिष्ठा की स्थापना 1904 में रामचंद्र सहाय ने की थी। यहां से विदेशों तक रेवड़ी, गजक आदि की आपूर्ति की जाती है। इस प्रतिष्ठान की मेरठ में आबूलेन, गढ़ रोड, बागपत रोड और गुजरी बाजार में दुकानें है। इस प्रसिद्ध ब्रांड का कई लोगों द्वारा फर्जी तरीके से उपयोग किया जा रहा था। दुकानों और सामान की पैकिंग में रामचंद्र सहाय रेवड़ी वालों के नाम का दुरुपयोग हो रहा था।

प्रतिष्ठान के मालिक सुनील गुप्ता ने इसके खिलाफ कोर्ट में ट्रेडमार्क के उल्लंघन का वाद दायर किया था। न्यायालय के आदेश पर कोर्ट अमीन ने पुलिस बल के साथ बेगम पुल स्थित नकली रामचंद्र रेवड़ी वालों की दुकान के बोर्ड उतरवाए व सभी पैकिंग नष्ट कराई। अदालत ने फर्जी लोगों को रामचंद्र व रामचंद्र सहाय या इससे मिलते-जुलते नाम को उपयोग करने से रोक दिया। इसके बाद भी कुछ व्यापारियों द्वारा ट्रेडमार्ग का दुरुपयोग किया जा रहा था। इस अवसर पर रामचंद्र सहाय रेवड़ी वाले के मालिक सुनील गुप्ता, दीपक जिंदल, वरुण गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/मोहित

   

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