रेशम फार्मों की संख्या बढ़ाकर किसानों को उपलब्ध कराएं रोजगार

- अब तक 426 कृषकों को दिया गया प्रशिक्षण

- जिलाधिकारी ने राजकीय प्रशिक्षण संस्थान बरकछा का निरीक्षण किया

मीरजापुर, 03 फरवरी (हि.स.)। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल राजकीय प्रशिक्षण संस्थान बरकछा का शनिवार को निरीक्षण किया। उन्होंने जनपद में अधिक से अधिक रेशम फार्माें को बनाये जाने के निर्देश दिए जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके।

सहायक निदेशक (रेशम) ने जिलाधिकारी को बताया कि यह राजकीय रेशम प्रशिक्षण संस्थान, रेशम विकास विभाग उत्तर प्रदेश का प्रदेश स्तरीय एक मात्र प्रशिक्षण संस्थान है। इसमें पूरे प्रदेश के रेशम से सम्बन्धित कृषकों को प्रशिक्षण का कार्यकम आयोजित किया जाता है। प्रशिक्षण संस्थान वर्ष 2019-20 से क्रियाशील है। वर्ष 2023-24 में 485 कृषकों को प्रशिक्षण दिए जाने का लक्ष्य निर्धारित है। इसके सापेक्ष अबतक 426 कृषकों को प्रशिक्षण दिया गया है। इसमें जनपद के रेशम से सम्बन्धित 16 कृषकों को प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण संस्थान में ठहरने के लिए छात्रावास की व्यवस्था है, जिसमें 26 कमरे हैं। यह प्रशिक्षण आवासीय होता है। साथ ही व्यख्यान देने वाले अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों को ठहरने के लिए अतिथि गृह की भी व्यवस्था है।

प्रशिक्षण संस्थान में अर्जुन के पेड पर पाले जाने वाले कीडे को जिलाधिकारी ने देखा। सहायक निदेशक रेशम ने बताया कि यह टसर रेशम कीट पालन की तीसरी फसल को ट्रायल के रूप प्रथम बार लिया गया। यद्धपि रेशम की दो ही फसलें 15 जुलाई से नवम्बर तक मुख्य रूप ली जाती हैं।

जिलाधिकारी ने सहायक निदेशक रेशम को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के लालगंज तहसील में ग्राम समाज की एक ही जगह 55 हैक्टेयर रिक्त भूमि पर एरी व टसर कीटपालन के लिय भूमि का स्थलीय निरीक्षण उप जिलाधिकारी लालगंज, मुख्य राजस्व अधिकारी से सम्पर्क करते हुए शीघ्र ही भूमि की स्थिति के बारे में अवगत कराएं जिससे उक्त भूमि रेशम विभाग को आवंटित की जा सके। टसर रेशम की धागा निकालने वाली मशीन व चरखा का भी प्रस्ताव भेजा जाए।

हिन्दुस्थान समचार/गिरजा शंकर/मोहित

   

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