उत्तर क्षेत्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी में जुटेंगे आठ राज्यों के वैज्ञानिक

जानकारी देते कृषि विश्वविद्यालय के कुलपतिजानकारी देते कृषि विश्वविद्यालय के कुलपतिजानकारी देते कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति

- केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय तीन दिवसीय उत्तर क्षेत्रीय किसान मेला 08 फरवरी से कर रहा आयोजित

- केंद्रीय कृषि मंत्री, प्रदेश के कृषि मंत्री, स्थानीय सांसद एवं विधायकगण करेंगे शिरकत

झांसी,06 फरवरी (हि.स.)। रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में मंगलवार को कुलपति प्रो. एके सिंह ने पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। इसमें बताया कि सतत विकास के लिए पुनर्जीवी कृषि का उद्देश्य लेकर “उत्तर क्षेत्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी” का आयोजन 08 से 10 फरवरी होने जा रहा है। इस तीन दिवसीय आयोजन में आठ राज्यों के वैज्ञानिक एकत्रित होंगे। तीन दिनों तक चलने वाले इस मेले में 125 स्टाॅल लगाये जायेंगे, जिसमें विभिन्न कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विज्ञान केंद्र, एफ.पी.ओ., कृषि आधारित निजी संगठन एवं अन्य सभी हितधारकों के लिए है जो अपने व्यवसाय के विस्तार और विवधीकरण में रूचि रखते हैं। इसके अलावा प्राकृतिक खेती और श्रीअन्न पर भी विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा। मेले में पद्मश्री किसानों को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही तीन महिला उद्यमियों के भी विशेष सत्र चलाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के गुर सिखाए जाएंगे।

आज दुनिया में जहां उपभोक्ता पर्यावरणीय प्रभाव के बारे में चिंतित हैं, ऐसे में पुनर्जीवी कृषि आशा की किरण के रूप में हमारी खाद्य प्रणाली में आने वाली चुनौतियों का एक उचित समाधान है। पुनर्जीवी कृषि केवल एक कृषि पद्धति से कहीं अधिक है। यह एक समग्र दृष्टिकोण है जो हमारी भूमि को पुनः स्थापित और पुनर्जीवित कर सकता है। मूल में पुनर्जीवी कृषि इस अहसास की प्रतिक्रिया है कि हमारी वर्तमान कृषि पद्धतियाँ, हालांकि हमें खिलाने में सक्षम हैं, पर यह पारिस्थितिक क्षरण के निशान भी छोड़ गई हैं। इस क्षेत्रीय किसान मेला में आठ राज्य अपनी सहभागिता करेंगे। इसमें जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश सहित आठ राज्य हिस्सा ले रहे हैं। इस मेले में किसानों को परंपरागत कृषि, कृषि निर्यात की संभावनाए, फल, सब्जी, फूल, मशरूम व अन्य लाभदायक फसलों के उत्पादन की जानकारी के साथ-साथ दलहन, तिलहन व श्रीअन्न की खेती तथा उसमें पाए जाने वाले पौष्टिक तत्वों के बारे में जानकारी प्रदान की जायेगी। कृषि मेले एवं प्रदर्शनी में कृषि से संबंधित विभिन्न तकनीकों, यंत्रों एवं सजीव प्रदर्शन किसानों, उत्पादकों, विक्रेताओं, को दिखाये जायेंगे। इस मेले के प्रमुख आकर्षण प्राकृतिक खेती के मॉडल एवं प्रदर्शनी, संरक्षित खेती-पॉलीहाउस तकनीकी, बागवानी एवं कृषिवानिकी, तकनीकी पार्क-नवीन प्रजातियां एवं तकनीकों का सजीव प्रदर्शन, आय उन्मुख विधाएं- शहद उत्पादन, मशरूम उत्पादन, बीज उत्पादन, वर्मीकम्पोस्ट, मूल्य संवर्धन एवं प्रसंस्करण, उन्नत बीज एवं पौधों की बिक्री, व्याख्यानमाला एवं कृषि गोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रम रहेंगे। प्रदर्शनी में लगभग 125 स्टाल लगाये जायेंगे, जिसमें विभिन्न कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विज्ञान केंद्र, एफ.पी.ओ., कृषि आधारित निजी संगठन एवं अन्य सभी हितधारकों के लिए है जो अपने व्यवसाय के विस्तार और विवधीकरण में रूचि रखते हैं। इस कृषि मेला में कृषि विभाग, उ.प्र. सरकार के साथ श्रीअन्न पर विशेष तकनिकी सत्र एवं श्रीअन्न से बानाये गये पकवान पर भी प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। साथ ही उद्यान विभाग, उप्र सरकार के साथ मिलकर फूल प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता भी आयोजित की जायेगी।

मेले में यह रहेगा विशेष

कुलपति ने बताया कि इस मेले में आईसीआर के 25 संस्थान आ रहे हैं। श्री अन्न के लिए हैदराबाद के वैज्ञानिक बीज भी लाएंगे। विभिन्न जिलों के किसान, स्कूल के छात्र भी इसमें में शामिल होंगे। प्रशासनिक अधिकारी भी रुचि ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड में नींबू वर्गीय फल को बढ़ावा देने के लिए अलग से एक सत्र का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जिलाधिकारी भी शामिल होंगे। इस तीन दिवसीय मेले में पद्मश्री किसानों का सम्मान भी किया जा रहा है। जिसमें 6 किसान भाग लेंगे। पहले और अंतिम दिन कुल 15 किसानों को सम्मानित भी किया जाएगा। तीसरे दिन महिला उद्यमियों का सत्र आयोजित किया जा रहा है। विश्वविद्यालय 27 एफपीओ के साथ जुड़कर एमओयू भी साइन करने जा रहा है।

इस मौके पर निदेशक प्रसार शिक्षा, डाॅ. एसएस सिंह, निदेशक शोध, डाॅ एसके चतुर्वेदी, निदेशक शिक्षा, डाॅ. अनिल कुमार, अधिष्ठाता कृषि, डाॅ. आरके सिंह, अधिष्ठाता पशु चिकित्सा महाविद्यालय डाॅ वीपी सिंह, अधिष्ठाता उद्यानिकी एवं वानिकी डाॅ मनमोहन डोवरयाल, कुलसचिव डाॅ. मुकेश श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष पुष्प विज्ञान डाॅ गौरव शर्मा,सुजीत चतुर्वेदी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/मोहित

   

सम्बंधित खबर