कांकेर : 16 फरवरी को पखांजुर परियोजना के सभी आंगनबाड़ी केन्द्र रहेंगे बंद

कांकेर, 07 फरवरी (हि.स.)। जिले के पखांजुर परियोजना अंतर्गत आने वाले सभी आंगनबाड़ी केन्द्र 16 फरवरी को राज्य सरकार को अपनी मांगों के ध्यानाकर्षण कराने बंद रहने की सूचना का ज्ञापन आज बुधवार को सौंपा गया है। इस दौरान शिखा, गोदावरी, सिमा, सुजता, सुखवती, मनोखुशि, दिपिका, बासंती, तापसी आदि उपस्थित रहे।

प्रांताध्यक्ष कल्पना चंद ने बताया कि विभाग में अधिनस्थ कार्यरत आंगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी और क्रेश कार्यकर्ताओं की कुछ मूलभूत सुविधाओं से संबंधित मांग केन्द्र और राज्य सरकार से की गई है। इसमें से कुछ मांगे केन्द्र संचालन में आवश्यक सुविधाओं से संबंधित है। छत्तीसगढ़ संयुक्त मंच की ओर से बिन्दुवार चर्चा कर मांगे पूरी करने कि अपिल किये जाने हेतु प्रत्येक जिला मुख्यालयों में रैली प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जायेगा।

उन्होंने अपनी मांगों के संबध में बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिनी और सहायिकाओं को शिक्षा कर्मियों, पंचायत कर्मियों की तरह नीति निर्धारण कर शासकीय कर्मचारी घोषित किया जावे एवं नर्सरी शिक्षक के पद पर उन्नयन किया जावे। शासकीय कर्मचारी घोषित किये जाने तक श्रम कानून के तहत न्यूनतम पारिश्रमिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिनी कार्यकर्ता को कम से कम प्रतिमाह 21 हजार और सहायिका बहनों को कार्यकर्ता के मानदेय 21 हजार का 85 प्रतिशत राशि 17850 रुपये स्वीकृत किया जावे। मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों को नि:शर्त पूर्ण आंगनबाड़ी बनाया जावे। तब तक समान काम का समान वेतन दिया जाए।

समाजिक सुरक्षा के रूप में आंगनबाड़ी/मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 05लाख ग्रेज्युवेटी और 10 हजार रुपये मासिक पेंशन इसी तरह से सहायिकाओं को इसका 85 प्रतिशत के अनुपात में चार लाख 25 हजार रुपये ग्रेज्युवेटी और 08 हजार 05 सौ मासिक पेंशन और समूह बीमा का लाभ देने हेतु नीति निर्धारण किया जावे। सुपरवाईजर के रिक्त शत प्रतिशत पदों पर कार्यकर्ता को बिना उम्र बंधन और परीक्षा के सीधे पदोन्नति दिया जावे। इसी तरह कार्यकर्ता के रिक्त शत् प्रतिशत पदो पर सहायिकाओं को पदोन्नत किया जाए और इस हेतु विभागीय सेवा भर्ती नियम में आवश्यक संशोधन किया जाए। क्रेश कार्यकर्ताओं को कार्यकर्ता के पद पर समायोजित किया जाए। कार्यकर्ता सहायिकाओं के आकस्मिक मृत्यु होने पर परिवार के एक सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति का प्रावधान किया जाए। गरम खाना बनाने हेतु प्रत्येक केन्द्र में गैस सिलेण्डर प्रदाय किया जाए और खाली होने पर रिफिलिंग विभाग की ओर से किया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे

   

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