दस दिवसीय अनुसंधान पद्धति पाठ्यक्रम सीयूजे में संपन्न हुआ

जम्मू, 7 फ़रवरी (हि.स.)। सामाजिक विज्ञान में भारत केंद्रित अनुसंधान पर आईसीएसएसआर प्रायोजित दस दिवसीय अनुसंधान पद्धति पाठ्यक्रम: उभरते डिजाइन और दृष्टिकोण कुलपति प्रोफेसर संजीव जैन के संरक्षण के तहत जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय में संपन्न हुआ।

इस अवसर पर स्कूल शिक्षा निदेशक अशोक कुमार शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत केंद्रित अनुसंधान समय की मांग है लेकिन हमारे पास भारत में विविधता है और हमें भारतीय संदर्भ में विभिन्न समस्याओं का समाधान करना होगा। आगे उन्होंने कहा कि यदि शोध कार्य थीसिस और शोध प्रबंध में ही रह जाए तो उसका कोई फायदा नहीं है, हमें इसे समाज में कार्यान्वयन के लिए सार्वजनिक डोमेन में प्रकाशित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सामाजिक विज्ञान का क्षेत्र अनुसंधान का सबसे गतिशील क्षेत्र है क्योंकि यह छात्रों और व्यक्तियों के व्यवहार पर काम करता है ताकि हम किशोरों के बीच उचित व्यवहार को संशोधित कर सकें।

इससे पहले शैक्षिक अध्ययन विभाग के पाठ्यक्रम निदेशक प्रोफेसर जेएन बलिया ने अपने स्वागत भाषण में इस दस दिवसीय अनुसंधान पद्धति पाठ्यक्रम में विभिन्न सत्रों की संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम के दौरान पूरे भारत से विभिन्न संसाधन व्यक्तियों ने व्याख्यान दिया। प्रोफेसर दीपक पठानिया, डीन रिसर्च स्टडीज, सीयूजे ने अपनी टिप्पणी में कहा कि सीखना केवल इस शोध पद्धति पाठ्यक्रम के दस दिनों तक ही सीमित नहीं है; यह अनुसंधान करने की चिंगारी विकसित करने में सहायक होगा।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान

   

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