टिशु कल्चर से होगा वायरस और बैक्टीरिया मुक्त फसलों का उत्पादन : प्रो. जितेंद्र सिंह

मेरठ, 09 फरवरी (हि.स.)। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के सूक्ष्म जीव विज्ञान में चल रही कार्यशाला में प्रो. जितेंद्र सिंह ने कहा कि टिशु कल्चर से वायरल और बैक्टीरिया मुक्त फसलों का उत्पादन किया जा सकेगा। यह एक बहुत कारगर पद्धति है।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग में चल रही कार्यशाला के छठें दिन शुक्रवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के प्रो. बीके बरनवाल और प्रो. जितेंद्र सिंह के व्याख्यान हुए। डॉ. लक्ष्मण नागर और डॉ. दिनेश पंवार ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रो. बीके बरनवाल ने बताया कि पौधों को वायरस संक्रमण से मुक्त करने में प्लांट वायरोलॉजी का प्रयोग एक महत्वपूर्ण और प्रभावी तरीका है। यह विभिन्न तकनीकों और उपायों का प्रयोग करके पौधों को वायरस से मुक्त करने की क्षमता प्रदान करता है। इसकी तकनीकों से प्रतिरोधी पौधे उत्पादित किए जा सकते हैं जो विशेष वायरस के खिलाफ प्रतिरोधी होते हैं।

प्रोफेसर जितेंद्र सिंह ने कहा कि टिशु कल्चर एक प्रौद्योगिकी है जिसमें फसलों को बैक्टेरिया और वायरस के संक्रमण से मुक्त किया जाता है। इस प्रक्रिया में पौधों का उत्पादन इन विट्रो किया जाता है और उन्हें विशेष संभावनाओं को प्रकट करने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस तरह बैक्टेरिया और वायरस मुक्त फसलों का उत्पादन संभव होता है जो कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार लाता है।

उन्होंने कहा कि टिशु कल्चर के द्वारा वायरस और बैक्टेरिया मुक्त फसलों का उत्पादन करने से वायरस, बैक्टीरिया का संक्रमण कम होता है, जिससे फसलों की प्रतिफल में वृद्धि होती है। इससे कृषकों को अधिक उत्पादन और कम नुकसान की आशा की जा सकती है। इस कार्यक्रम में विभाग के शिक्षक डॉ. अश्विनी शर्मा, डॉ. अंजलि मलिक आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/मोहित

   

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