राज्यपाल आनंदीबेन ने गो अनुसंधान संस्थान मथुरा के नैक मूल्यांकन की समीक्षा

लखनऊ, 01 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को राजभवन में उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान, मथुरा के नैक मूल्यांकन हेतु एस0एस0आर0 के प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की। राज्यपाल ने बैठक में नैक के सभी सातों क्राइटेरिया पर विश्वविद्यालय द्वारा तैयार एस0एस0आर की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने विद्यार्थियों को फीडबैक देने के लिए प्रोत्साहित करने के भी निर्देश दिए।

क्राइटेरिया-2 पर चर्चा करते हुए उन्होंने सभी फोटोग्राफ्स को उचित कैप्शन के साथ जोड़ने को कहा तथा मेंटर-मेंटी के मध्य पारस्परिक संवाद को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये। क्राइटेरिया-3 में उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा शोध गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा विस्तार गतिविधियों को विश्वविद्यालय परिसर के बाहर प्रोत्साहित किये जाने के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की गतिविधियों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति को आवश्यक रूप से दर्शाया जाए। क्राइटेरिया-4 पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की उस विशिष्टता को भी प्रस्तुतीकरण में दर्शाया जाना चाहिए, जो उसे अन्य विश्वविद्यालयों से अनूठा बनाती हो। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में दुर्लभ पुस्तकों की उपलब्धता हो। क्राइटेरिया-5 की चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा छात्र-छात्राओं हेतु विभिन्न प्रतियोगात्मक परीक्षाओं की तैयारी करवायी जाए।

राज्यपाल ने बेस्ट प्रैक्टिस के सन्दर्भ में विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गांवों में ग्रामीण महिलाओं और कृषकों को दिए गए सहयोग से उनमें बढ़ी आर्थिक आत्मनिर्भरता, पशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल से स्वस्थ पशुओं के विकास, पशुओं की नस्ल सुधार के कार्य आदि को प्रस्तुतीकरण में दर्शाने को कहा।

उन्होंने कहा कि विविध कार्यों हेतु ग्रामीण महिलाओं और कृषकों को दिए गए प्रशिक्षण के विवरण और फोटोग्राफ्स भी प्रस्तुतिकरण में लगाएं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अपने अध्यापकों की विभिन्न टीम गठित कर गोद लिये गांव की नियमित मॉनिटरिंग करे तथा गांव की समस्याओं का युक्तियुक्त समाधान करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए विश्वविद्यालय विविध रोजगारपरक व आय सृजक प्रशिक्षण गतिविधियां संचालित करें।

बैठक में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए0के0 श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय की पृष्ठभूमि, मानव संसाधन,शिक्षण,शोध,विस्तार गतिविधियां, वित्त एवं प्रशासन, पाठ्यक्रम तथा भविष्य की योजनाएं एवं लक्ष्य के सन्दर्भ में कुलाधिपति के समक्ष प्रस्तुतिकरण दिया गया।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ0 सुधीर महादेव बोबड़े, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा पंकज जॉनी, विश्वविद्यालय द्वारा गठित नैक मूल्यांकन तैयारी की टीम के सदस्य तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/राजेश

   

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