सम्पूर्ण उपचार व प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार से स्वस्थ हो रहे टीबी के मरीज

— पोषण पोटली व भावनात्मक सहयोग उपचार में बन रहा मददगार

वाराणसी,15 फरवरी (हि.स.)। टीबी मरीजों को उनके उपचार को लेकर प्रोत्साहित करने और टीबी के प्रति जागररूकता बढ़ाने के लिए जनपद में गुरूवार को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि नियमित दवा के सेवन के साथ ही प्रोटीन व विटामिन युक्त आहार क्षय रोगियों के लिए बेहद आवश्यक है। इसलिए सभी क्षय रोगी नियमित दवा सेवन के साथ-साथ पोषक आहार पर भी अवश्य ध्यान दें। टीबी (क्षय रोग) से ग्रसित मरीज यदि अपना सम्पूर्ण उपचार (छह माह या उससे अधिक का निर्धारित कोर्स) पूरा करता है। साथ ही प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार का सेवन करता है। धूम्रपान, तंबाकू, शराब आदि के सेवन से दूर रहता है। तो वह निर्धारित टीबी के कोर्स तक पूरी तरह ठीक हो जाता है, बशर्ते वह एक भी दवा खाना न छोड़े ।

जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय ने बताया कि निक्षय दिवस के अवसर पर शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) काशी विद्यापीठ पर टीबी के 50 रोगियों को पोषण पोटली प्रदान की गई, जिसमें 30 टीबी रोगियों को निक्षय मित्र डॉ स्वर्णलता सिंह के द्वारा एवं 20 मरीजों को गंगा सेवन सदन ट्रस्ट द्वारा गोद लिया गया है। इसके साथ ही एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय कबीरचौरा स्थित टीबी यूनिट पर कुसुम मेमोरियल फ़ाउंडेशन के द्वारा गोद लिए गए पाँच टीबी रोगियों को पोषण पोटली प्रदान की गई। इन पांचों मरीजों का उपचार अगले माह पूरा होने वाला है। जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि जनपद में पिछले वर्ष कुल 17881 और इस वर्ष जनवरी से अब तक 2169 टीबी रोगी नोटिफ़ाई किए गए। वर्तमान में 7321 टीबी रोगियों का उपचार चल रहा है। शेष 12,729 टीबी रोगी अपना उपचार पूरा कर स्वस्थ हो चुके हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/पदुम नारायण

   

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