बाबा मलंग शाह दरबार में 19 वें उर्स मुबारक पर मजार से निकली भव्य व आकर्षक शोभा यात्रा

अररिया फोटो:शोभायात्रा जुलूसअररिया फोटो:शोभायात्रा जुलूसअररिया फोटो:शोभायात्रा जुलूस

अररिया,16 फरवरी(हि.स.)। फारबिसगंज के केसरी टोला से बाबा मलंग शाह दरबार के 19वें उर्स मुबारक पर शुक्रवार को उनकी मजार से आकर्षक शोभायात्रा निकाली गयी, जिसमें बड़ी संख्या में हिन्दू-मुस्लिम श्रद्धालुओं के साधू-संतों और सूफियों ने भाग लिया। धनावत परिवार के नेतृत्व में निकली उक्त शोभा यात्रा में अजमेर, लखनऊ, दिल्ली, देवाशरीफ, कोलकाता, नागपुर सहित नेपाल के श्रद्धालु शामिल हुए।

शोभायात्रा में ढोल नगाड़ों के थाप के साथ मलंग बाबा की गागर से सजे रथ को श्रद्धालुओं द्वारा रस्सी के सहारे खींच कर भ्रमण कराया गया,जो आकर्षण का केंद्र बना रहा। श्रद्धालुओं ने मजार शरीफ से प्रारंभ शोभायात्रा को दीनदयाल चौक, एसके रोड, धर्मशाला चौक, सदर रोड, पोस्ट-ऑफिस चौक होते हुए पुन: मजार स्थल पर आकर संपन्न किया।

शोभा यात्रा में हिन्दु मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग अपने अपने परिधानों में शामिल थे,जो फिजा में सांप्रदायिक सौहार्द की आपस की अनोखी मिठास घोल रही थी। महिला पुरुष व बच्चे सफेद कपड़े व माथे पर सफेद साफे में सजे थे। स्थानीय श्रद्धालुओं व नागपुर के मलंगमस्तों द्वारा मलंग बाबा के जयकारा से पूरा शहर गुंजायमान हो गया। इस तीन दिवसीय सालाना उर्स मुबारक कार्यक्रम को लेकर मजार को फूलों से सजाया गया तथा लखनऊ से आये कव्वाल ने माता रानी व मलंग बाबा की शान में मन को मोहने वाली कव्वालियां प्रस्तुत की।

श्रद्धालु मजार में मन्नत मांगने के लिये लंबी कतार में खड़े नजर आये एव नेम निष्ठा के साथ चादर पोशी कर मन्नते भी मांगी।

श्रद्धालुओं का कहना था कि बाबा के दरबार में दवा के रूप में जल प्राप्त होता है, जिसे ग्रहण करने से लाइलाज बीमारी भी बाबा दूर कर देते हैं। इस महोत्सव में तीन दिनों का भंडारा चलता है, जबकि महोत्सव के दिन अर्पित होने वाले 56 भोग प्रसाद का अलग ही महत्व है। इसे ग्रहण करने को ले श्रद्धालुओं की बड़ी उत्सुकता देखी गयी।

शोभायात्रा में विनोद धनावत; मनोज धनावत , जयंती धनावत, रोहन धनावत ,सरवन साह, गुड्डू झा, समाजसेवी सह पार्षद प्रतिनिधि सुनील यादव सहित अन्य लोग शामिल थे।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/चंदा

   

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