पशु पक्षियों का मुर्दा मांस डालकर शरीर रूपी मंदिर को गंदा न करें: संत पंकज जी महाराज

खूंटी, 18 फ़रवरी (हि.स.)। जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था के अध्यक्ष पंकज जी महाराज ने कहा प्रभु ने दया कृपा करके यह दुर्लभ मानव तन आप को दिया है। आप लोग यहां जन्म लेकर खाने पीने और मौज मस्ती के लिए नहीं है। पंकज जी महाराज रविवार को गुटजोरा गांव में आयोजित जय गुरुदेव सत्संग समारोह में प्रवचन कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्रभु से किया गया वादा कि अब प्रभु कृपा करहुं एहिं भांती, सब तजि भजन करउं दिन राती। अपने भजन करने का किया गया वादा भूल गये। खाने-पीने, दुनियां बसाने, बाल-बच्चों में सभी लोग भूल गये। महात्माजन समय-समय पर आकर हम जीवों को जगाते हैं कि चेतो छिन-छिन भक्ति कमाओ। इसके पूर्व संत पंकज जी महाराज के सानिध्य में निकली 82 दिवसीय शाकाहार-सदाचार मद्यनिषेध, आध्यात्मिक जन जागरण यात्रा के गुटजोरा पहंचने पर स्थानीय लोगों ने भव्य स्वागत किया।

संत पंकज जी ने कहा कि पूज्य भक्ति स्वर्ग की कामना की नहीं, बल्कि भक्ति करो तो गुरु की करना। पूरा गुरु उसी को कहते हैं जिसने मरने से पहले सुरत शब्द (नाम योग) मार्ग द्वारा अपनी आत्मा को जगाकर परमात्मा का साक्षात्कार कर लिया हो। शाकाहारी रहना बहुत अनिवार्य है। जिस प्रकार हम अपने बनाये मंदिर मस्जिद को शुद्ध साफ रखते हैं, गंदा नहीं करते, उसी प्रकार इस परमात्मा के बनाये मनुष्य रूपी मंदिर या जिस्मानी मस्जिद में पशु पक्षियों का मुर्दा मांस डाल कर इसे गंदा न करें, नहीं तो देवी-देवता, कुदरत नाराज हो जायेंगे और हमारे सामने मुसीबतों का पहाड़ खड़ा कर देगी।

इस अवसर पर संस्था के महामंत्री बाबूराम यादव, आश्रम प्रबंधक संतराम चौधरी, जयगुरुदेव संगत झारखंड के अध्यक्ष रामचन्द्र, बिहार प्रदेशाध्यक्ष मृत्युंजय झा, दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष विजय पाल सिंह, रांची अध्यक्ष अविनाश कुमार, आयोजक जयराम साहू, सोमा मुण्डा, सहयोगी संगत जौनपुर के अध्यक्ष ऋषिदेव श्रीवास्तव, दल सिंगार, अशोक पाल, मोहन पाल, महेन्द्र बिन्द आदि उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/अनिल

   

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