इंदौरः कलेक्टर ने की राजस्व प्रकरणों की समीक्षा, कहा- समय सीमा में करें निराकरण

- राजस्व प्रकरण लंबित पाये जाने पर एसडीएम का सात दिवस का वेतन काटने के दिए निर्देश

इंदौर, 18 फरवरी (हि.स.)। कलेक्टर आशीष सिंह ने रविवार को राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की। समय सीमा से अधिक समय तक राजस्व प्रकरणों का निराकरण नहीं करने पर कलेक्टर ने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी एसडीएम का सात दिवस का वेतन काटने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने राजस्व प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर गौरव बेनल, राजेन्द्र रघुवंशी, रोशन राय, निशा बांगरे सहित सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारी, तहसीलदार, आरआई सहित अन्य सभी संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

कलेक्टर सिंह ने जिले में अविवादित नामांतरण, विवादित नामांतरण, अविवादित बंटवारा, सीमांकन, नक्शा तरमीम के प्रकरणों की तहसीलवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत चिंता का विषय है कि जिले में राजस्व प्रकरणों के निराकरण की रेंकिंग बढ़ने की बजाय घट रही है। उन्होंने सख्त हिदायत दी कि सभी राजस्व अधिकारी राजस्व प्रकरणों के निराकरण में तेजी लाएं अन्यथा कठोर कार्यवाही के लिए तैयार रहें। उन्होंने एसडीएम से कहा कि वे तहसीलदार, पटवारी, आरआई सहित सभी निचले स्तर के अमले से गंभीरतापूर्वक कार्य करायें। कार्यों की सतत मॉनीटरिंग करें। आपकी एक्टिव मॉनीटरिंग दिखना चाहिये। उन्होंने सभी एसडीएम से कहा कि यदि आपको लगता है कि निचले स्तर के अमले द्वारा गंभीरतापूर्वक कार्य नहीं किया जा रहा है या कार्यों में लापरवाही बरती जा रही है तो इसकी सूचना मुझे दें, ऐसे अधिकारी-कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।

कलेक्टर आशीष सिंह ने सभी तहसीलदारों को निर्देश दिए कि वे एसडीएम के मार्गदर्शन में कार्य करें। उन्होंने कहा कि आपका काम नागरिकों की बातों और आंकड़ों पर दिखना चाहिये। आपके काम में सकारात्मक प्रगति और अंतर दिखना चाहिये। आमजन की आप तक सहज पहुंच हो। आमजन को आपसे मिलने के लिए भटकना नहीं पड़े। जब आप सहज रूप से आमजनों से मिलकर उनके प्रकरणों का निराकरण करेंगे तो स्वत: ही आपका काम नागरिकों की बातों और आंकड़ों पर दिखेगा। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने निर्धारित समय पर कार्यालय में उपस्थित रहें।

कलेक्टर ने निर्देश दिए कि राजस्व कार्यालयो में एवजी, लाइजिनिंग, दलालों की उपस्थिति दिखी तो सख़्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यालयों में ऐसी व्यवस्था बनाये कि आमजनों को इन एवजी-दलालों के पास जाना ही नहीं पड़े। उन्होंने कहा कि राजस्व महाअभियान का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन किया जाये। राजस्व महाअभियान में अपने राजस्व मामलों को निराकृत कराने के लिये जनजागरूक भी किया जाये।

बैठक में कुछ एसडीएम द्वारा कार्यालय में स्टाफ एवं अन्य जरूरी संसाधनों की आवश्यकता बतायी गई। जिस पर कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी गंभीरतापूर्वक कार्य करें, किसी भी कार्यालय में स्टाफ एवं संसाधनों की कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने इसके लिए आवश्यकतानुसार प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/मयंक

   

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