तीन दिनों के अंदर कराएं किसानों का लम्बित भुगतान

- सम्बद्ध मिलों को धान प्रेषण कराने का अपर जिलाधिकारी ने दिया निर्देश

- 1,32,257.60 मी. टन धान की खरीद के सापेक्ष किसानों को 28,221.84 लाख रुपये का भुगतान

मीरजापुर, 20 फरवरी (हि.स.)। अपर जिलाधिकारी (वि/रा) ने जिला प्रबन्धक पीसीयू, पीसीएफ तथा यूपीएसएस के क्रय केंद्रों पर अवशेष धान का तीन दिन के अंदर सम्बद्ध मिलों को प्रेषण कराने व अनुपालन आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। सर्वाधिक लम्बित भुगतान के लिए जिला प्रबन्धक, पीसीयू बालकेशव पटेल को निर्देशित किया कि वे तीन दिन के भीतर इसे पूर्ण कराकर अवगत कराएंगे।

उन्होंने समस्त संस्था प्रभारियों को निर्देशित किया कि एक लॉट से अधिक बकाया सीएमआर वाली समस्त चावल मिलों को नोटिस निर्गत करते हुए एक सप्ताह के अंदर बकाया सीएमआर का सम्प्रदान सुनिश्चित कराएं। सभी संस्था प्रभारी अपनी संस्था के केंद्रों पर धान विक्रय करने वाले किसानों का त्वरित गति से पंजीकरण कराएं। बताया कि धान प्रेषण कुल खरीद 1,32,257.60 मी. टन के सापेक्ष मिलों को धान का प्रेषण 1,25,925.07 मी. टन किया गया है जो कुल खरीद का 95.21 प्रतिशत है। सीएमआर सम्प्रदान देय सीएमआर 89,498.72 मी. टन मात्रा के सापेक्ष जनपद में 69,923.66 मी. टन का सम्प्रदान भारतीय खाद्य निगम में किया जा चुका है जो 78.13 प्रतिशत है।

अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व व खरीद प्रभारी शिवप्रताप शुक्ल ने बताया कि क्रय केंद्र प्रभारियों को धान की खरीद में तेजी लाने का निर्देश दिया है। साथ ही एसडीएम को सत्यापन में तेजी लाने का भी निर्देश दिया है। धान खरीद में किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।

तहसीलवार गेहूँ पंजीकरण की स्थिति

तहसील चुनार में 1067 पंजीकरण, लालगंज में 5635 पंजीकरण, सदर में 620 पंजीकरण एवं मड़िहान में 478 पंजीकरण सत्यापन किया जा चुका है। जनपद में कुल 2800 किसानों का धान विक्रय के लिए पंजीकरण कराया गया है जिसके सापेक्ष कुल 1554 पंजीकरण सत्यापित किया गया है।

लक्ष्य के सापेक्ष 66.13 प्रतिशत खरीद

धान खरीद वर्ष 2023-24 के अंतर्गत दिनांक 19 फरवरी तक 22,229 किसानों से 1,32,257.60 मी. टन की खरीद की गई है, जो लक्ष्य के सापेक्ष 66.13 प्रतिशत हो चुका है। खरीद के सापेक्ष देय भुगतान 28,871.83 लाख के सापेक्ष 28,221.84 लाख का भुगतान किया गया है जो 97.75 प्रतिशत है। 649.99 लाख का भुगतान शेष है जो पीएफएमएस की स्वचालित ऑनलाईन प्रक्रिया के अधीन है, संस्थाओं के पास पर्याप्त धनराशि भुगतान के लिए उपलब्ध है।

बोरों की उपलब्धता

पीसीएफ संस्था को 300 गांठ, पीसीयू को 548 गांठ, यूपीएसएस को 365 गांठएवं मण्डी समिति के पास 23 गांठ बोरा जनपद के गोदाम से निर्गत किया गया है। इसके अतिरिक्त संस्थाओं द्वारा धान खरीद 50 प्रतिशत के लिए उपयोगी बोरों की व्यवस्था उपने स्तर से की जा रही है। अबतक कुल 29,71,498 उपयोगी बोरे संस्थाओं द्वारा अपने केंद्रों पर उपलब्ध कराए गए हैं। जनपद में 5500 गांठ रैक के माध्यम से प्राप्त हो चुकी है, जो खरीद के लिए पर्याप्त है।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/मोहित

   

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