दस दिवसीय सप्तरंगी ध्वजारोहण के साथ बेणेश्वर मेला शुरू, 24 फरवरी को भरेगा मुख्य मेला

डूंगरपुर, 20 फ़रवरी (हि.स.)। तीन नदियों के संगम टापू पर बेणेश्वर मेला मंगलवार, माघ शुक्ल एकादशी से शुरू हो गया है। बेणेश्वर धाम के पीठाधीश्वर अच्युतानंद महाराज के साथ हजारों माव भक्तों ने सप्तरंगी ध्वजा फहराकर मेले की शुरुआत की। इस दौरान संत मावजी महाराज के जयकारे गूंज उठे। लोगों ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर देव दर्शन किए। पहले दिन से ही मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और मेले का लुत्फ उठाया।

भगवान कृष्णावतारी संत मावजी महाराज की लीलास्थली बेणेश्वर धाम पर मंगलवार से हजारों माव भक्तों का मेला शुरू हुआ। वागड़ अंचल के डूंगरपुर जिले के विश्व विख्यात बेणेश्वर धाम पर आदिवासियों के महाकुंभ राष्ट्रीय जनजाति बेणेश्वर मेले का आगाज धाम के प्रमुख राधाकृष्ण मंदिर पर परम्परानुसार सप्तरंगी ध्वजारोहण की रस्म के साथ हुआ। धाम के महंत अच्युतानंद महाराज ने माव भक्तों के साथ आम्र मोर, पल्लव के साथ विशेष पूजा-अर्चना कर सप्तरंगा ध्वज का पूजन किया, जिसके बाद सप्तरंगी ध्वज को बेणेश्वर के राधा-कृष्ण मंदिर पर फहराकर मेला का शुभारंभ किया। आसपुर विधायक उमेश मीणा भी मौजूद रहे।

मेले के पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु बेणेश्वर धाम पहुंचे। इस दौरान श्रद्धालुओं ने सोम, माही, जाखम के पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाईं और देवालयों में भगवान के दर्शन किए। एकादशी से शुरू हुआ ये मेला पंचमी तक भरेगा। मुख्य मेला 24 फरवरी माघी पूर्णिमा को भरेगा। दस दिनों तक चलने वाले इस राष्ट्रीय जनजाति मेले में राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश सहित देश और दुनियाभर से लाखों श्रद्धालु मेलार्थी हिस्सा लेंगे। मेले के दौरान पर्यटन विभाग की ओर से विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन संध्या और जनजाति विभाग द्वारा खेलकूद प्रतियोगिओं का आयोजन किया जाएगा। वहीं, मेलार्थियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस व्यवस्था माकूल की गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

   

सम्बंधित खबर