तीसरी आंख से कानपुर के चौराहों की होगी निगरानी : पुलिस आयुक्त

कानपुर, 22 फरवरी (हि.स.)। शहरवासियों में सुरक्षा का भाव और अपराधियों में कानून का खौफ बने, इसके लिए कानपुर कमिश्नरेट तकनीक पर फोकस कर दिया है। शहर के लगभग एक हजार चौराहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें शहरवासियों से सहयोग लिया जाएगा और उन्हें त्रिनेत्र एम्बेसडर के नाम से जाना जाएगा।

पुलिस आयुक्त अखिल कुमार का कहना है कि अब गोरखुपर की भांति कानपुर के चौराहों की निगरानी तीसरी आंख से होगी। इससे शहरवासी अपने को सुरक्षित महसूस करेंगे और घटनाओं के खुलासे में पुलिस को मदद मिलेगी।

गुरुवार को प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने बताया कि नगर निगम की ओर से शहर के 148 चौराहों पर सीसीटीवी कैमरा (त्रिनेत्र) संचालित है। इनका कंट्रोल रुम नगर निगम के स्मार्ट सिटी कार्यालय में है, लेकिन नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन की पहल पर इसका विस्तार किया जाएगा और कमिश्नरेट पुलिस की भी सहभागिता रहेगी। अभियान त्रिनेत्र की मॉनिटरिंग कमिश्नरेट पुलिस करेगी और अन्य पहलुओं पर नगर निगम सहयोग करेगा। शहर के लगभग एक हजार चौराहे सीसीटीवी से लैस हो यह लक्ष्य रखा गया है। इसमें शहर के उद्योगपतियों, डाक्टरों, समाजसेवियों आदि का सहयोग लिया जाएगा और उन्हें त्रिनेत्र एम्बेसडर के नाम से जाना जाएगा। त्रिनेत्र एम्बेसडर बनने के लिए व्यक्ति को एक या उससे अधिक चौराहों को गोद लेना होगा और उसमें लगने वाले सीसीटीवी कैमरा का पूरा खर्च उसे उठाना पड़ेगा।

उन्होंने बताया कि एक चौराहे पर लगने वाले सीसीटीवी कैमरा का खर्च लगभग एक से सवा एक लाख रुपया आएगा। यह रुपया पुलिस विभाग को नहीं देना है और पुलिस की इसमें कोई भूमिका नहीं होगी। त्रिनेत्र एम्बेसडर सीधे संबंधित एजेंसी (वेंडर) से बात करेगा और भुगतान करेगा। जो व्यक्ति त्रिनेत्र एम्बेसडर बनना चाहता है और किस चौराहे या एक से अधिक चौराहे का उसके लिए संबंधित डीसीपी से वार्ता करनी पड़ेगी। अगर एक ही चौराहे के लिए कई लोग त्रिनेत्र एम्बेसडर बनना चाहते हैं तो अंतिम निर्णय नगर निगम या संबंधित डीसीपी करेंगे। चौराहे पर संबंधित त्रिनेत्र एम्बेसडर का नाम या उसकी फर्म का नाम लिखा जाएगा। इससे उनका प्रचार प्रसार भी होगा। पुलिस आयुक्त ने शहरवासियों से अपील की कि इस अभियान में बढ़ चढ़कर भाग लें जिससे शहर को तीसरी आंख से लैस रखा जा सके।

नगर आयुक्त ने बताया कि कैमरों को चलाने हेतु बिजली व कंट्रोल रुम से नेटवर्क करने की व्यवस्था नगर निगम के द्वारा की जाएगी। पुलिस आयुक्त ने कहा कि शहर समस्त ऐसे अच्छे नागरिक जो इस कार्यक्रम में भाग लेना चाहते हैं उनसे अनुरोध है कि वे जिस भी चौराहे व तिराहे को गोद लेना चाहते हैं वे उसे चौराहे व तिराहे के नाम सहित अपने क्षेत्र के डीसीपी या पुलिस आयुक्त आफिस में एसीपी चित्रांशु से संपर्क करें।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश

   

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