आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मिला आंदोलनकारी संयुक्त परिषद का समर्थन, सरकार को चेताया

- मांगों पर ध्यान न देने पर 26 फरवरी को विधानसभा पर आर-पार की लड़ाई की भरी हुंकार

देहरादून, 24 फरवरी (हि.स.)। आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सेविका, मिनी कर्मचारी संगठन उत्तराखंड के प्रदर्शन को उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद का समर्थन मिला। आंगनबाड़ी कार्यकत्री अपनी मांगों को लेकर छह दिन से प्रदर्शन कर रही हैं।

परिषद के समर्थन से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के प्रदर्शन को और मजबूती मिलेगी। संगठन ने मांगों पर ध्यान न देने पर 26 फरवरी को विधानसभा पर आर-पार की लड़ाई की चेतावनी दी है। संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी के नेतृत्व में दीनदयाल उपाध्याय पार्क में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। शनिवार को उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद ने अपना समर्थन देते हुए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों को जायज ठहराया। इस दौरान ममता चौहान, नीलम पालीवाल, पूनम सिंह, सीमा सिंह, पुष्पा नेगी, अर्चना शर्मा, शशि धापा, पूजा बुडाथोकी, पुष्पा देवी आदि थीं।

ये है उनकी मांगें-

न्यूनतम मजदूरी को देखते हुए 600 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 18000 रुपये मानदेय किया जाए और वरिष्ठता के आधार पर 15 वर्ष पूरे होने पर प्रतिवर्ष सबका मानदेय बढ़ाया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सेवानिवृत्त होने पर दो लाख रुपये देने का प्रावधान रखा जाए जिससे वह अपनी बुढ़ापा अच्छे से व्यतीत कर सके। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को गोल्डन कार्ड जारी किया जाए जिससे उनको सरकारी योजनाओं का भी लाभ मिल पाए। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का उच्चीकरण का जीओ शीघ्र जारी किया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज

   

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