श्रीराम भक्त हनुमान की शक्ति देख यहां नतमस्तक हुए मुगल ,यज्ञ कर किया था भजन- कीर्तन

महोबा,24 फ़रवरी (हि.स.)।उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद में श्रीराम भक्त हनुमान का काकुन गांव में पहाड़ी पर एक ऐसा मंदिर है जहां पर आक्रमण करने आया मुगल आक्रांता औरंगज़ेब हनुमान जी की शक्ति को देखकर नतमस्तक हो गया था और संत महात्माओं की सलाह पर यज्ञ कर क्षमा याचना की थी।

बुंदेलखंड क्षेत्र के महोबा जनपद के मुख्यालय से लगभग 36 किलोमीटर दूर काकन गांव में पहाड़ी पर श्री राम भक्त हनुमान का मंदिर स्थापित है। जहां दूर-दूर से भक्त अपनी मनोकामनाओं के साथ पहुंचते हैं।

श्री काकुन सरकार हनुमान मंदिर के महंत श्री रमेश चंद्र जी महाराज बताते हैं कि मुगल काल में मुगल शासक औरंगज़ेब सभी जगह लूटमार कर मंदिरों को ध्वस्त करने का काम कर रहा था । काकुन के हनुमान मंदिर की महिमा जान मंदिर को ध्वस्त करने के उद्देश्य से औरंगजेब ने मंदिर पर आक्रमण कर दिया । जैसे ही उसने मूर्ति पर तलवार से आक्रमण किया किया तो हनुमान जी की मूर्ति से अचानक दूध की धारा बह निकली । मूर्ति से बराबर दूध की धारा बह रही थी । जिसको रुकता न देख मुगल आक्रांता अचंभित हो गया और वहां मौजूद संत-महात्माओं से दूध की धारा को बंद करने का आग्रह करने लगा। संत महात्माओं ने औरंगजेब को हनुमान जी का हवन-पूजन कर क्षमा याचना करने की सलाह दी । जिस पर औरंगजेब ने मंदिर परिसर में मौजूद हवन कुंड में यज्ञ किया और श्री राम भक्त हनुमान से बारम्बार क्षमा याचना कर नतमस्तक हुआ।

4 हजार वर्षों से अधिक पुराना है मंदिर

साहित्यकार वीर भूमि राज की महावद्यिालय के प्रवक्ता डॉक्टर एल सी अनुरागी बताते हैं कि यह मंदिर 4000 वर्षों से भी पुराना है । चंदेल राजाओं के द्वारा नवमी और 12वीं शताब्दी में मंदिर का जीर्णोंद्वार कराया गया है। मंदिर परिसर में भगवान विष्णु और भोलेनाथ की भी अति प्राचीन मूर्तियां मौजूद है ।मंगलवार और शनिवार को मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ जुटती है। भक्त मंदिर में पहुंचकर माता टेकते हैं ।हनुमान जी सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।

महाराजा मलखान सिंह ने मंदिर को दान की थी 100 एकड़ जमीन

काकुन गांव निवासी डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह हनुमान मंदिर अति प्राचीन है जो कि एक छोटी सी पहाड़ी पर स्थित है। रियासत काल में यह गांव चरखारी रियासत का हिस्सा हुआ करती थी ।महाराजा मलखान सिंह ने 100 एकड़ जमीन मंदिर को दान की थी। जिस पर कृषि कार्य किया जाता है, यहां पर भक्ति श्रद्धा भाव से हनुमान जी को सिंदूर जनेऊ और बेसन के लड्डू इत्यादि प्रसाद के रूप में अर्पित करते हैं।

सड़क खराब होने के कारण भक्तों को मंदिर पहुंचने में होती है कठिनाई

मुख्यालय के सुभाष नगर निवासी हनुमान भक्त मुकेश कुमार ने बताया कि महोबा मुस्कुरा मार्ग में रिवई गांव से लगभग 6 किलोमीटर दूरी पर काकुन गांव स्थित है। वह श्री काकुन सरकार हनुमान जी में विशेष आस्था रखते हैं। हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी के दर्शन करने के लिए यहां पहुंचते हैं लेकिन लंबे समय से यहां की सड़क ध्वस्त पड़ी हुई है जिसके निर्माण की मांग लगातार यहां के लोग कर रहे हैं,लेकिन सड़क निर्माण न होने के कारण भक्तों को मन्दिर तक पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ उपेंद्र द्विवेदी/सियाराम

   

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